वर्ल्ड कप में शमी की घातक गेंदबाजी का क्या है राज, मैच का बाद किया खुलासा, बोले- मैं आज भी...

मोहम्मद शमी की तूफानी गेंदबाजी की बदौलत भारत ने सेमीफाइनल जीत लिया. शमी ने 7 विकेट लिए. ऐसे में इस प्रदर्शन के पीछे आखिरी क्या राज छुपा है. मैच के बाद शमी ने खुलासा किया.

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शमी ने सेमीफाइनल में लिए 7 विकेट

शमी ने सेमीफाइनल में लिए 7 विकेट

Highlights:

भारत ने न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल में हरा दिया है

जीत के हीरो विराट, अय्यर और शमी रहे

शमी ने 7 विकेट अपने नाम किए

भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप 2023 का सेमीफाइनल जीत लिया है. टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 70 रन से हराकर लगातार चौथी बार वर्ल्ड कप फाइनल में एंट्री कर ली है. कप्तान रोहित शर्मा के गेंदबाज हर तरफ से अटैक कर रहे हैं और टीम को जीत दिलाने में अहम योगदान निभा रहे हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ भले ही भारतीय गेंदबाज पस्त दिखे लेकिन मोहम्मद शमी ने अपनी अनुभवी गेंदबाजी से साबित कर दिया कि जब जब टीम को जरूरत होगी विकेट वही लेकर देंगे. शमी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 57 रन देकर कुल 7 विकेट लिए. न्यूजीलैंड की टीम को 398 रन का लक्ष्य मिला था.

 

बता दें कि लगातार दूसरी बार टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप 2023 में न्यूजीलैंड को मात दी है. इससे पहले भारत ने धर्मशाला के मैदान पर न्यूजीलैंड को हराया था. ये मैच शमी का टूर्नामेंट का पहला मैच था और इसमें इस गेंदबाज ने कुल 5 विकेट अपने नाम किए थे. वहीं श्रीलंका के खिलाफ भी शमी ने 5 विकेट लिए थे. शमी कैसे इतना धांसू प्रदर्शन कर रहे हैं और इसके पीछे क्या राज है. चलिए जानते हैं सबकुछ.

 

शमी ने मैच के बाद कहा कि, "मैं अपने मौके का इंतजार कर रहा था. मैंने ज्यादा सफेद गेंद वाला क्रिकेट नहीं खेला. मेरी वापसी न्यूजीलैंड के खिलाफ (धर्मशाला में) हुई थी." बता दें कि शमी ने दूसरे गेंदबाजों की तुलना में आधे मैच खेले हैं. लेकिन इसके बावजूद ये गेंदबाज टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में नंबर 1 है.

 

ऊपर गेंदबाजी करने में विश्वास रखता हूं

 

ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर्स से बातचीत में शमी ने कहा कि,  हम कई सारी वेरिएशन की बात करते हैं. लेकिन मैं आज भी ऊपर गेंदबाजी करने में विश्वास रखता हूं. नई गेंद से मुझे विकेट मिलती है. मेरा फोकस यही था कि मैं पेस ज्यादा न करूं और देखूं कि बल्लेबाज कहां मार रहे हैं. मुझे ये चांस लेना था.

 

हम ये मौका अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहते थे


शमी ने आगे कहा कि, श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले में जो पिच थी उससे ये पिच अलग थी. जब आप इस मैदान पर तीन शतक देखते हैं तो आपको पता चल जाता है कि विकेट काफी अच्छी है और आप यहां काफी रन बना सकते हैं. हमें ओस का डर था. पिच पर से घास हटा दी गई थी. अगर मैदान पर ओस आती तो हमें काफी दिक्कत हो सकती थी. पिछले दो वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हमें हार मिली थी. ऐसे में हम सबकुछ अपना इस मैच में लगा देना चाहते थे. हमें एक मौका मिला था और हम इसे गंवाना नहीं चाहते थे.

 

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