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टीम इंडिया की ओपनिंग बैटर शेफाली वर्मा ने इतिहास रच दिया है. शेफाली अब वर्ल्ड कप फाइनल में भारत की ओर से (पुरुष- महिला) वनडे और टी20 में सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाली बैटर बन गई हैं. इससे पहले ये रिकॉर्ड पूनम राउत के नाम था जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ साल 2017 वर्ल्ड कप फाइनल में 86 रन ठोके थे. इससे पहले साल 2003 वर्ल्ड कप फाइनल में वीरेंद्र सहवाग ने 82 रन की पारी खेली थी.
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सौरव गांगुली सबसे आगे
बता दें कि ओवरऑल आईसीसी टूर्नामेंट्स में साल 2000 के चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में सौरव गांगुली ने 117 रन ठोके थे. अब तक किसी भी भारतीय ने वर्ल्ड फाइनल में 86 रन से ज्यादा नहीं बनाए थे. शेफाली ने 78 गेंदों पर 111.54 की स्ट्राइक रेट से रन बटोरे. इसमें उन्होंने 7 चौके और दो छक्के लगाए.
वर्ल्ड कप फाइनल में भारतीय ओपनर्स के सबसे ज्यादा स्कोर
शेफाली वर्मा 87 (वनडे वर्ल्ड कप 2025)
पूनम राउत (86, 2017 WC)
वीरेंद्र सहवाग (82, 2003 WC)
विराट कोहली (76, 2024 T20 WC)
गौतम गंभीर (75, 2007 T20 WC)
298 रन ही बना पाई टीम इंडिया
मैच की बात करें तो साउथ अफ्रीका ने टॉस जीता और पहले बॉलिंग का फैसला किया. स्मृति मांधना और शेफाली वर्मा क्रीज पर ओपन करने आईं. दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 104 रन जोड़े. लेकिन तभी मांधना 45 रन बनाकर आउट हो गईं. उनका विकेट क्लोए ट्रायन ने लिया. इस बैटर ने 8 चौके लगाए. दूसरे छोर से शेफाली वर्मा अटैक करती रहीं. शेफाली ने 78 गेंदों पर 7 चौके और 2 छक्कों की मदद से कुल 87 रन ठोके. उनका साथ सेमीफाइनल की हीरो जेमिमा रहीं जिन्होंने 37 गेंदों पर 24 रन ठोके. हालांकि भारत को 300 के करीब पहुंचाने में दीप्ति शर्मा का सबसे अहम योगदान रहा. इस बैटर ने फिफ्टी ठोकी. इसके अलावा ऋचा घोष ने 24 गेंदों पर 34 रन ठोके. अंत में पूरी टीम 50 ओवरों में 6 विकेट गंवा 299 रन ही बना सकी. दीप्ति ने 58 गेंदों पर 58 रन ठोके. इस बैटर ने 3 चौके और 1 छक्का लगाया.
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