भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा टेस्ट ड्रॉ हो गया है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मुकाबला ड्रॉ होने के बाद पांच मैचों की सीरीज में दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर है. गाबा टेस्ट खत्म होने के बाद आर अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया, मगर उनके संन्यास के फैसले से दिग्गज भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर खुश नहीं हैं. उन्होंने उनके संन्यास की टाइमिंग पर सवाल खड़े किए हैं.
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तीसरा टेस्ट खत्म होने के बाद आर अश्विन भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए और अपने करियर को लेकर बड़ा ऐलान किया. गावस्कर ने अब अश्विन के रिटायरमेंट को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि अश्विन के संन्यास का फैसला टीम को प्रभावित करेगा और उन्होंने वही किया, जो 2014 2015 ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान एमएस धोनी ने किया था. गावस्कर ने ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए कहा-
वो ये कह सकते थे कि सीरीज खत्म होने के बाद मैं भारत के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहूंगा. ये उसी तरह हुआ, जब 2014-15 की सीरीज में तीसरे टेस्ट के आखिर में एमएस धोनी ने संन्यास ले लिया, तो आपको एक मौका कम मिलता है.
चयन समिति ने एक दौरे के लिए बहुत से खिलाड़ियों को एक उद्देश्य के साथ चुना है. अगर कोई चोटिल होता है तो वे रिजर्व खिलाड़ियों में से किसी को टीम में शामिल कर सकते हैं. इसलिए सिडनी ऐसी जगह है जहां स्पिनरों के लिए बहुत सपोर्ट मिलता. इसलिए भारत दो स्पिनरों के साथ खेल सकता था. आप कभी नहीं जानते. उन्हें वहां मौका मिल सकता था. मुझे नहीं पता कि मेलबर्न की पिच कैसी होगी. आम तौर पर आप सीरीज के अंत को देखते हैं. बस इतना ही. बीच में यह सामान्य नहीं है.
सुनील गावस्कर का कहना है कि अश्विन को सीरीज के आखिर में संन्यास लेना चाहिए था. उन्हें अभी इसी का ऐलान करना चाहिए था कि वो सीरीज के बाद संन्यास लेंगे.
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