NO Ball Controversy : भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाले बर्मिंघम टेस्ट मैच के चौथे दिन आकाश दीप ने जैसे ही इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज जो रूट को क्लीन बोल्ड किया. इसके बाद से उनकी इसी गेंद को नो बॉल करार दिए जाने के मामले में तूल पकड़ लिया. तमाम लोग इस गेंद को नो बॉल बोलने लगे. जिस पर भारत के पूर्व ऑलराउंडर इरफ़ान पठान ने अब मामले की पूरी सच्चाई बताते हुए वो नियम भी याद दिलाया, जिसके चलते ये गेंद नो बॉल नहीं करार दी गई.
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जो रूट को आकाश दीप ने किया बोल्ड
दरअसल, पारी के 11वें ओवर में आकाश दीप ने क्रीज के काफी बाहर से गेंद को स्टंप के तरफ फेंका. पिच पर टिप्पा खाने के बाद गेंद हल्की सी बाहर की तरफ गई तो रूट चकमा खा गए और क्लीन बोल्ड होकर चलते बने. रूट जब सिर्फ छह रन बनाकर पवेलियन जा रहे थे तो उसके बाद से ही आकाश दीप की इस गेंद को नो बॉल करार दिए जाने की मांग उठने लगी. इस पर इरफ़ान पठान ने सोनी स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा,
सबसे पहले तो आकाश दीप का अगर आप लैंडिंग पैर देखेंगे तो वो वाइड लाइन के अंदर है. उनके पैर का पहला कांटेक्ट लाइन के अंदर है तो फिर उसके बाद बाकी का पैर कितना भी बाहर क्यों ना हो गेंद को नो बॉल नहीं दिया जा सकता है. आकाश दीप के इसी पॉइंट ऑफ़ कांटेक्ट के चलते उनकी गेंद को नो बॉल नहीं दिया गया है.
जीत से पांच कदम दूर टीम इंडिया
वहीं मैच की बात करें तो आकाश दीप ने इंग्लैंड में पहला टेस्ट मैच खेलते हुए शानदार गेंदबाजी का नजारा पेश किया. पहली पारी में आकाश दीप ने चार विकेट झटके. इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने चौथे दिन बेन डकेट और फिर जो रूट को क्लीन बोल्ड किया. जबकि अंतिम दिन जैसी ही बारिश रुकने के बाद वह मैदान में उतरे तो उन्होंने ओली पोप (24) और हैरी ब्रूक (23) को भी अपना शिकार बनाया. जिससे इंग्लैंड के खबर लिखे जाने तक 112 रन पर पांच विकेट गिर चुके थे और उनकी टीम जीत से 488 रन पीछे थी. वहीं भारत को बर्मिंघम के मैदान में पहली जीत के लिए पांच विकेट और लेने थे.
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