आईपीएल 2024 ऑक्शन में झारखंड के युवा क्रिकेटर रोबिन मिंज को 3.60 करोड़ रुपये की रकम में गुजरात टाइटंस ने अपने साथ जोड़ा. इस खिलाड़ी को लेने के लिए मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स भी रेस में थी. 21 साल के रोबिन ने अभी सीनियर लेवल पर झारखंड की तरफ से एक भी मैच नहीं खेला है. लेकिन धमाकेदार बैटिंग की काबिलियत के चलते वह आईपीएल टीमों के स्काउट्स का ध्यान खींच चुके हैं. रोबिन विकेटकीपर बल्लेबाज हैं और एमएस धोनी को अपना आदर्श मानते हैं. उनकी तरह की बैटिंग करते हैं. दिलचस्प बात है कि धोनी के कोच रहे चंचल भट्टाचार्य ही रोबिन के गुरु भी हैं.
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रोबिन झारखंड के गुमला जिले से आते हैं लेकिन अभी उनका परिवार रांची में रहता है. आदिवासी बहुल यह जिला क्रिकेट से ज्यादा हॉकी के लिए जाना जाता है. यहां से बिमल लाकड़ा, बीरेंद्र लाकड़ा जैसे हॉकी के स्टार निकले हैं. रोबिन के पिता फ्रांसिस जेवियर मिंज फौज में रहे हैं और बिहार रेजीमेंट का हिस्सा थे. अब रिटायर हो चुके हैं और रांची एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम करते हैं. वे खुद भी जवानी के दिनों में खेलों से जुड़े रहे. एथलेटिक्स में उन्हें रुचि थी और इसके जरिए ही वह फौज में शामिल हुआ.
'धोनी ने कहा था, कोई नहीं लेगा तो हम ले लेंगे'
दी इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसिस धोनी से रांची एयरपोर्ट पर मिले थे. वहां उन्होंने बताया कि उनका बेटा क्रिकेटर है. तब धोनी ने उनसे कहा था, 'फ्रांसिसजी कोई नहीं लेगा तो हम ले लेंगे.' रिपोर्ट के अनुसार रोबिन रांची के सोनेट क्लब में तीन कोच के साथ काम करते हैं. आसिफ हक उनकी बैटिंग पर काम करते हैं. वह उनकी तुलना वेस्ट इंडीज के सूरमा क्रिकेटर क्रिस गेल से करते हैं. उन्होंने दी इंडियन एक्सप्रेस से कहा, 'हम उसे रांची का गेल कहते हैं. वह भी बाएं हाथ का बल्लेबाज है, हष्ट-पुष्ट और बड़े छक्के लगाता है. वह पहली गेंद से ही गेंदबाजों पर हमले करता है और 200 की स्ट्राइक रेट से खेलने में यकीन करता है.'
5 मैच में ठोक दिए थे 3 शतक
आसिफ ने बताया कि धोनी एक बार रांची स्टेडियम में रोबिन से मिले थे. उन्होंने उससे कहा था, 'अच्छा खेलते हो, टिक के खेलो. विकेट फेंको मत, छक्का लगाने के बाद सिंगल लेने की कोशिश करो और एक ओवर में छह छक्कों की कोशिश मत करो.'
रोबिन कुछ महीनों पहले मुंबई इंडियंस की युवा टीम के साथ ब्रिटेन के दौरे पर गए थे. वह झारखंड के लिए अंडर-19 लेवल पर खेल चुके हैं. 2021 में उन्होंने पांच मैचों में तीन शतक ठोक दिए थे. उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए झारखंड की टीम में चुना गया था मगर बीमार होने की वजह से वह खेल नहीं पाए.
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