'इस तरह की पिच के चलते उनका करियर खत्म हो गया', भारत की करारी हार के बाद हरभजन सिंह को याद आया विराट कोहली का उप कप्तान

हरभजन सिंह ने कहा कि हमारे बल्लेबाजों ने इन पिचों पर खेलते हुए आत्मविश्वास खो दिया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण अजिंक्य रहाणे हैं जो एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं.

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Harbhajan Singh working for Star Sports during the ICC Men's Cricket World Cup India 2023

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हरभजन ने कहा कि टीम इंडिया को टर्निंग पिच के चलते नुकसान हो रहा है

टर्निंग पिचों पर हमारे बल्लेबाजों ने खेलना बंद कर दिया है

भारतीय टीम को जब से न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में हार मिली है तब से पूर्व क्रिकेटर और फैंस लगातार टीम मैनजमेंट को निशाना बना रहे हैं. इस बीच पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भी बड़ा बयान दिया है. पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का मानना ​​है कि भारत के स्टार बल्लेबाजों ने पिछले कुछ सालों में टर्निंग पिचों पर खेलने से अपना आत्मविश्वास खो दिया है जिससे उनके घरेलू औसत में गिरावट आई है. भारत 12 सालों में अपनी पहली टेस्ट सीरीज हार गया. न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे की टर्निंग पिच पर भारत ने महत्वपूर्ण टॉस गंवा दिया और इसके बाद टीम 156 और 245 रन ही बना सकी. इसमें न्यूजीलैंड के मुख्य स्पिनर मिचेल सैंटनर ने 13 विकेट लिए.

हरभजन ने पीटीआई से कहा,"आपका घरेलू मैदान पर इतने लंबे समय तक शानदार रिकॉर्ड रहा है और अगर आप हार जाते हैं तो जाहिर है कि चर्चा होगी. न्यूजीलैंड जिस तरह से खेला, उसे उसका श्रेय जाता है और ये विदेशी परिस्थितियां थीं और ऐसी पिच भी नहीं थी जिसमें ज्यादा दरार हो." उन्होंने कहा,"यह स्पिनरों के लिए अनुकूल परिस्थितियां थीं, जहां गेंद को पहले घंटे से ही टर्न लेना चाहिए था."

रहाणे का करियर टर्निंग पिच के चलते खराब हुआ: भज्जी

हरभजन ने यहां ये भी कहा कि अजिंक्य रहाणे का करियर इसलिए खराब हो रहा है क्योंकि टीम मैनेजमेंट ने टर्निंग पिचें बनानी शुरू कर दी हैं. रहाणे ने भारत के लिए साल 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी टेस्ट खेला था. इसके बाद से अब तक वो टीम में वापसी नहीं कर पाए हैं. वो मुंबई के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेल रहे हैं.

हरभजन ने भारतीय टीम की सोचने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा,"पिछले दशकों के दौरान के चलन को देखें. हम पिछले दशक में ज्यादातर टर्नर पर इस उम्मीद के साथ खेल रहे हैं कि हम टॉस जीतेंगे और 300 रन बनाएंगे और मैच पर नियंत्रत करेंगे."

उन्होंने कहा,"लेकिन हम नहीं जानते कि पासा उलटा पड़ जाएगा और टर्निंग पिच पर हमारे बल्लेबाजी चलेगी या नहीं. हमारे बल्लेबाजों ने इन पिचों पर खेलते हुए आत्मविश्वास खो दिया है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण अजिंक्य रहाणे हैं जो एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. इस तरह की पिचों के कारण उनका करियर प्रभावित हुआ."

बता दें, पुणे टेस्ट में भारत को 113 रनों से हार का सामना करना पड़ा. भारतीय टीम इससे पहले बेंगलुरु में हुए सीरीज के पहले मैच में 8 विकेट से हार गई थी. पहले मैच की पहली पारी में भारतीय टीम सिर्फ 46 रनों पर ऑल-आउट हो गई थी. भारत ने इस सीरीज से पहले लगातार 18 सीरीज घरेलू सरजमीं पर जीती थी और सभी को उम्मीद थी कि भारतीय टीम वापसी करेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और टीम इंडिया को 4331 दिन बाद घर पर टेस्ट सीरीज गंवानी पड़ी.

 

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