Prithvi Shaw scores century: भारतीय ओपनर पृथ्वी शॉ ने सोमवार को चंडीगढ़ के खिलाफ दूसरे दौर के मैच में महाराष्ट्र के लिए अपना पहला रणजी ट्रॉफी शतक ठोक दिया है. शॉ ने दूसरी पारी में सिर्फ 72 गेंदों में अपना सैकड़ा पूरा किया,जो उनका ओवरऑल 14वां फर्स्ट क्लास शतक है. पहली पारी में वह नौ गेंदों पर सिर्फ़ आठ रन बना पाए थे.
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महाराष्ट्र के लिए अपने रणजी डेब्यू में उन्होंने केरल के खिलाफ पहली पारी में शून्य पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में शानदार 75 रन बनाए थे.
महाराष्ट्र के लिए अपना पहला शतक जड़ने के साथ ही पृथ्वी शॉ ने इतिहास भी रच दिया है. यह संयुक्त रूप से छठा सबसे तेज रणजी शतक बन गया. साथ ही फरवरी 2024 के बाद से उनका यह पहला शतक भी है.
शॉ ने इस वजह से बदली टीम
25 साल के शॉ इस घरेलू क्रिकेट सीजन से पहले महाराष्ट्र में शामिल हुआ था. उन्होंने टीम बदलने के लिए जून के आखिर में मुंबई से एनओसी मिल गया था. शॉ को पिछले सीजन में मुंबई रणजी टीम से बाहर कर दिया गया था. उनकी फिटनेस और अनुशासन पर सवाल उठाए गए थे. उन्होंने मुंबई टीम के लिए आखिरी बार दिसंबर 2024 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में खेला था.
शॉ और कुलकर्णी के बीच पार्टनरशिप
महाराष्ट्र और चंडीगढ़ के बीच खेले जा रहे मुकाबले की बात करें तो महाराष्ट्र ने पहली पारी में 313 रन बनाए थे. जिसके बाद महाराष्ट्र के गेंदबाजों ने चंडीगढ़ की पहली पारी को 209 रन पर ढेर कर दिया था और बढ़त हासिल की. जिसके बाद शॉ और अर्शिन कुलकर्णी ने महाराष्ट्र की बढ़त को और बढ़ा दिया. दोनों के बीच 73 रन की पार्टनरशिप हुई. कुलकर्णी ने 31 रन बनाए.
पृथ्वी शॉ ने महाराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी में कब डेब्यू किया था?
पृथ्वी शॉ ने 15 अक्टूबर को केरल के खिलाफ महाराष्ट्र के लिए पहला रणजी ट्रॉफी मैच खेला था. वह डेब्यू मैच की पहली पारी में जीरो पर आउट हो गए थे. जबकि दूसरी पारी में 75 रन बनाए थे.
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