भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने आगामी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से इंपैक्ट प्लेयर नियम को समाप्त करने का फैसला किया है. दो साल पहले इसे यहां लागू किया गया था. पिछले कुछ समय से इंपैक्ट प्लेयर को लेकर बवाल मचा हुआ है. आईपीएल से भी इसे हटाने की मांग उठती रही है लेकिन वहां पर बीसीसीआई ने इसे जारी रखा है. आईपीएल में इंपैक्ट प्लेयर का नियम 2023 से लागू किया गया जिसमें सभी टीमें एक खिलाड़ी (बल्लेबाज या गेंदबाज) की जगह सब्सटीट्यूट खिलाड़ी को उतार सकती हैं.
ADVERTISEMENT
हाल ही में आगामी मेगा ऑक्शन से पहले जारी किए नियमों के दौरान कहा गया था कि इंपैक्ट प्लेयर नियम आगामी सीजन में भी जारी रहेगा. हालांकि रोहित शर्मा, ऋषभ पंत जैसे बड़े क्रिकेटर्स ने इस पर सवाल उठाए थे और इसे भारतीय क्रिकेट में ऑलराउंडर की प्रगति के खिलाफ बताया था.
स्पोर्ट्स तक को मिली जानकारी के अनुसार, बीसीसीआई ने 14 अक्टूबर को सभी स्टेट एसोसिएशन को घरेलू टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से इंपैक्ट प्लेयर नियम को हटाने की जानकारी दी. बीसीसीआई की ओर से भेजे मैसेज में लिखा है, कृपया ध्यान रखिए कि बीसीसीआई ने इस सीजन से इंपैक्ट प्लेयर नियम को हटाने का फैसला किया है. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की शुरुआत 23 नवंबर से होगी और इसका फाइनल 15 दिसंबर को खेला जाएगा.
रोहित शर्मा ने की थी इंपैक्टर प्लेयर नियम की आलोचना
बीसीसीआई ने इंपैक्ट प्लेयर नियम को प्रयोग के तौर पर दो सीजन पहले लागू किया था. इसके बाद उसे आईपीएल में भी अपनाया गया. लेकिन आईपीएल 2024 के दौरान इस नियम को लेकर गंभीर सवाल उठे. कई कप्तानों और कोचेज ने इसकी आलोचना की थी. रोहित ने इसकी आलोचना करते हुए कहा था, 'मेरा मानना है कि इससे भारतीय ऑलराउंडर्स के तैयार होने में दिक्कत होगी. क्रिकेट 11 खिलाड़ियों के साथ खेला जाता है, 12 के साथ नहीं. मैं इंपैक्ट खिलाड़ी के नियम का मुरीद नहीं हूं. थोड़े से मनोरंजन के लिये क्रिकेट से बहुत कुछ छीना जा रहा है.'
वहीं अक्षर पटेल ने भी कहा था कि इस नियम के चलते ऑलराउंडर्स की भूमिका खतरे में पड़ रही है. उन्होंने कहा था, 'एक ऑलराउंडर के नाते मेरा मानना है कि इंपैक्ट खिलाड़ी के नियम से ऑलराउंडर्स की भूमिका खतरे में है. हर टीम इंपैक्ट खिलाड़ी के तौर पर स्पेशलिस्ट बल्लेबाज या गेंदबाज चाहती है. ऑलराउंडर का इस्तेमाल नहीं हो रहा है.'