दुनिया के पूर्व नंबर एक टी20 बल्लेबाज डेविड मलान ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. 37 साल के मलान आखिरी बार इंग्लैंड की जर्सी में वनडे वर्ल्ड कप 2023 में नजर आए थे, जो भारत में खेला गया था. इंग्लैंड के लिए सभी फॉर्मेट में शतक लगाने वाले मलान ने तीनों फॉर्मेट में 114 मैचों में 4416 रन के साथ अपना करियर खत्म किया. 36 साल के मलान ने ब्रिटिश अखबार ‘द टाइम्स आफ लंदन’ से कहा कि सफेद गेंद के फॉर्मेट में अपनी सफलता से वह खुश हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वो अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर सके .
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मलान ने 22 टेस्ट, 30 वनडे और 62 टी20 मैच खेले हैं. वो टी20 फॉर्मेट में 2020 में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज बने. वनडे में 1450 रन बनाने वाले मलान ने कहा-
मैने तीनों फॉर्मेट को काफी गंभीरता से लिया, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में काफी मेहनत चाहिये. पांच दिन और तैयारी के दिन अलग. ये मानसिक रूप से काफी थकाऊ है.
मलान को भरपूर टेस्ट क्रिकेट ना खेलने का बड़ा मलाल है. उन्होंने इंग्लैंड के लिए 22 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 1074 रन बनाए. उन्होंने कहना है कि उनके लिए टेस्ट क्रिकेट हमेशा टॉप पर रहा है. वो कई बार मैंने अच्छे खेले, लेकिन बीच में उनका प्रदर्शन काफी अच्छा नहीं रहा या उनका प्रदर्शन लगातार अच्छा नहीं रहा, जो निराशाजनक था. मलान का कहना कि उन्हें लगता था कि वो इससे बेहतर खिलाड़ी हैं. उन्होंने कहा-
मैंने तीनों फॉर्मेट को बहुत गंभीरता से लिया, लेकिन टेस्ट क्रिकेट कुछ और ही था. पांच दिन और साथ ही तैयारी के दिन. मैं एक बड़ा ट्रेनर हूं. मुझे बहुत सारी गेंदों को हिट करना पसंद है और मैं तैयारी के दौरान कड़ी मेहनत करता हूं और फिर दिन लंबे होते हैं. आप स्विच ऑफ नहीं हो सकते. मुझे यह मानसिक रूप से बहुत थका देने वाला लगा. खासकर वो लंबी टेस्ट सीरीज, जो मैंने खेली. जहां तीसरे या चौथे टेस्ट के बाद से मेरा प्रदर्शन गिर गया.
मलान ने हाल में ओवल इनविंसिबल्स की तरफ से द हंड्रेड का खिताब जीता था. वहीं SA20 का खिताब जीतने वाली सनराइजर्स इस्टर्न के स्क्वॉड का भी हिस्सा थे. उन्होंने भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया, मगर टी20 फ्रेंचाइज सर्किट मेंइ उनकी भारी डिमांड रह सकती है.
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