ओवल का मैदान और तारीख 22 अगस्त... वो दो चीजें, जिसे कोई भारतीय क्रिकेट प्रेमी याद नहीं रखना चाहता. ओवल के मैदान पर आज से ठीक 13 साल पहले यानी 22 अगस्त 2011 को टीम इंडिया का क्लीन स्वीप हुआ था. इंग्लैंड ने टीम इंडिया को दर्द दिया था और 4-0 से टेस्ट सीरीज जीतकर तहलका मचा दिया था. इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ ओवल टेस्ट में पारी और आठ रन से जीत दर्ज करके सात साल में पहली बार सीरीज में व्हाइटवॉश किया था.
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भारत को क्लीन स्वीप से बचाने के लिए राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर ने ओवल में जमीन आसमां एक कर दिया था, मगर सफल नहीं पाए. 18 से 22 अगस्त 2011 को ओवल में खेले गए सीरीज के चौथे और आखिरी टेस्ट में इयान बेल भारत के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बने थे. इंग्लैंड की टीम पहले बैटिंग करने उतरी थी. पहली बार में बेल ने केविन पीटरसन के साथ 350 रन की पार्टनरशिप की. इस दौरान अपना पहला दोहरा शतक बनाया. उनकी 235 रन की पारी के दम पर इंग्लैंड ने 6 विकेट पर 591 रन बनाकर अपनी पहली घोषित की.
द्रविड़ के नाबाद शतक से 300 रन तक पहुंचा भारत
इसके बाद भारत ने अपनी पहली पारी में 300 रन बनाए. पहली बार इस सीरीज में एमएस धोनी की टीम इंडिया ने 300 रन बनाए थे और ये केवल राहुल द्रविड़ (146*) के नाबाद शतक के दम पर ही संभव हो पाया. इंग्लैंड ने ओवल टेस्ट में भारत को फॉलोऑन दिया. दूसरी पारी में जब सचिन तेंदुलकर और अमित मिश्रा ने आखिरी दिन 144 रन जोड़े, तो ऐसा लगा कि भारत मैच का नतीजा पलट सकता है, लेकिन तेंदुलकर उस वक्त आउट हो गए, जब वो अपने 100वें इंटरनेशनल शतक से महज नौ रन दूर थे.
21 रन पर भारत के गिरे पांच विकेट
सचिन के रूप में भारत को 262 रन पर 5वां झटका लगा. उनके पवेलियन लौटने के बाद तो टीम ने अपने बाकी बचे पांच विकेट 21 रन के भीतर खो दिए. दूसरी पारी में टीम 283 रन पर ऑलआउट हो गई. सीरीज में देर से शामिल हुए ग्रेम स्वान ने मैच में नौ विकेट लिए और इंग्लैंड की ऐतिहासिक जीत की कहानी लिखी.
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