एक खिलाड़ी ने टीम में अपनी भूमिका और प्रदर्शन पर बात की। उन्होंने खुद को एक "फेनोमेनल क्रिकेटर" और "लीडर" बताया। खिलाड़ी ने कहा कि आउट होने पर उन्हें निराशा नहीं होती और वे हमेशा अपने प्रदर्शन से अधिक की उम्मीद करते हैं। उन्होंने गेंदबाजों पर दबाव बनाने और गेंद की योग्यता के अनुसार खेलने की रणनीति पर प्रकाश डाला। खेल भावना के उल्लंघन और 90 सेकंड की देरी के आरोप पर खिलाड़ी ने अपनी सफाई दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे मैदान पर देर से नहीं पहुंचे थे। खिलाड़ी ने यह भी बताया कि तेज गेंदबाजों का सामना करना उन्हें हमेशा सूट करता है और इससे उनका खेल और धारदार बनता है। एक अन्य "फेनोमेनल" खिलाड़ी के साथ साझेदारी के महत्व पर भी चर्चा हुई, जिससे गेंदबाजों के लिए मुश्किलें पैदा होती हैं। खिलाड़ी ने चोटों के बावजूद अपने सामान्य प्रयास और खेल में ध्यान बनाए रखने की चुनौती का भी उल्लेख किया।
ADVERTISEMENT