पेरिस ओलिंपिक में भारत को दो मेडल दिलाने वाली मनु भाकर को खेलों के महाकुंभ के आखिरी दिन सबसे बड़ा सम्मान मिलेगा. जिसकी तैयारियां शुरू हो गई है. मनु ने इस ओलिंपिक में भारत के मेडल का खाता खोला था. उन्होंने वीमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल में देश की झोली में ब्रॉन्ज डाला था. उसके बाद उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट का मेडल जीता.
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वीमेंस 25 मीटर में मनु चौथे स्थान रहीं. वो एक ओलिंपिक में दो मेडल जीतने वाली आजादी के बाद पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई. इस ओलिंपिक में मनु ने कमाल का प्रदर्शन किया और इसके बाद उन्हें वो सम्मान मिलने जा रहा है, जिसका ख्वाब हर भारतीय खिलाड़ी देखता है. मनु को ओलिपिंक के समापन समारोह में भारत के ध्वजवाहक के रूप में चुना गया है.
11 अगस्त को मनु समापन समारोह में भारतीय दल की अगुआई करती नजर आएंगी. इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के ऑफिशियल ने पीटीआई को बताया-
हां, मनु को ध्वजवाहक चुना गया है. उन्होंने असाधारण प्रदर्शन किया है और वो इस सम्मान की हकदार हैं.
हरियाणा के 22 साल निशानेबाज ने इससे पहले कहा था कि भारत का ध्वजवाहक बनना उनके लिए सम्मान की बात होगी. उन्होंने कहा-
दल में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो ज्यादा योग्य हैं, लेकिन यदि मुझसे पूछा जाए तो यह वास्तव में सम्मान की बात होगी.
हालांकि अभी पुरुष ध्वजवाहक के नाम पर फैसला नहीं लिया गया है. ओपनिंग सेरेमनी में दो बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु और दिग्गज टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल ने भारतीय दल का प्रतिनिधित्व किया था.
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