Paris 2024 Paralympics : पेरिस में होने वाले पैरालिंपिक 2024 गेम्स में भारत के पदकों की बौछार जारी है. भारत ने जहां बीते दिन यानि चार सितंबर को ही 19 मेडल्स के रिकॉर्ड को तोड़कर अभी तक का अपना बेस्ट प्रदर्शन हासिल कर लिया था. इसके बाद भी पैरा एथलीट्स एक के बाद एक करके मेडल्स अपने नाम कर रहे हैं. जिसमें धरमबीर ने जैसे ही मेंस क्लब थ्रो के एफ51 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता तो भारत ने पांच गोल्ड मेडल सहित पैरालिंपिक में गोल्डन पंच लगाया. जबकि इसी स्पर्धा में उनके साथी प्रणव सूरमा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया.
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धरमबीर ने किया गोल्डन थ्रो
साल 2022 में होने वाले एशियन गेम्स के दौरान सिल्वर मेडल अपने नाम करने वाले धरमबीर ने पैरालिंपिक में अपने मेडल का रंग बदल लिया. चार फाउल करने के बावजूद उन्होंने अपने पांचवें प्रयास में 34.92 मीटर का थ्रो किया. इसके बाद धरमबीर अपनी दूरी को खुद पार नहीं कर सके और इसी थ्रो के चलते उन्हें गोल्ड मेडल मिला. इससे पहले साल 2016 और 2020 पैरालिंपिक में धरमबीर नौवें और आठवें स्थान पर रहे थे. जबकि 34.92 मीटर थ्रो के साथ धरमबीर ने एशियाई रिकॉर्ड भी स्थापित किया.
प्रणव ने जीता सिल्वर
वहीं भारत के अन्य पैराएथलीट और हांग्जो एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता प्रणव का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 34.59 मीटर था जो उनके पहले प्रयास में आया. इसी थ्रो के चलते प्रणव सिल्वर मेडल अपने नाम कर सके. जबकि इन दोनों के अलावा मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन जेल्को दिमित्रिजेविक ने 34.18 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया.
भारत के नाम हुए कुल पांच गोल्ड मेडल
धरमबीर और प्रणव के मेडल के साथ भारत के नाम अब पैरालिंपिक 2024 में कुल 24 मेडल हो चुके हैं. जिसमें पांच गोल्ड मेडल, नौ सिल्वर और दस कांस्य पदक शामिल हैं. इतना ही नहीं पैरालिंपिक के इतिहास में पहले ही भारत अभी तक के सबसे अधिक मेडल जीत चुका है. इससे पहले भारत ने 2020 पैरालिंपिक गेम्स में 19 मेडल जीते थे. जिसे पछाड़ते हुए भारत अब नया इतिहास रच चुका है.
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