इस बार खेलों के महाकुंभ यानी ओलिंपिक का आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में किया जा रहा है. इस टूर्नामेंट का समापन अभी 11 अगस्त को होना है. लेकिन इससे पहले ही कई विवाद सामने आ चुके हैं. 26 जुलाई को हुए ओपनिंग सेरमनी से लेकर सुविधा की कमी, गंदे पानी और खराब शेड्यूल ने इस बार ओलिंपिक का मजा किरकिरा कर दिया है. तो चलिए आपको भी एक बार पेरिस ओलिंपिक 2024 से जुड़े कुछ बड़े विवादों के बारे में बताते हैं.
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जेंडर टेस्ट में फेल बॉक्सर
पेरिस ओलिंपिक 2024 में सबसे बड़ा विवाद अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खलीफा को लेकर हुआ. महिलाओं की वेल्टरवेट कैटेगिरी के प्री-क्वार्टर फाइनल में अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ और इटली की बॉक्सर एंजेला कारिनी के बीच मुकाबला था. जिसमें अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगे थे. नतीजा यह रहा कि एंजेला सिर्फ 46 सेकेंड में ही मैच से हट गईं और इमान को विजेता घोषित किया गया. हैरानी की बात यह है कि इमान खेलीफ अपने जेंडर टेस्ट में फेल रहीं थीं. कुछ ऐसा ही मामला ताइवान की लिन यू-टिंग और उज्बेकिस्तान की सिटोरा टर्डीबेकोवा के मैच में भी देखने को मिला. लिन यू-टिंग भी पिछले साल जेंडर टेस्ट में फेल हो गई थीं. लेकिन फिर भी उन्हें महिलाओं के इवेंट में भाग लेने की अनुमति मिल गई.
सुविधा की कमी
ओलिंपिक विलेज में सुविधाओं की भी कमी है. भारतीय खिलाड़ियों को खाने से लेकर गर्मी तक की मार झेलनी पड़ी. हालात ऐसी की ओलिंपिक विलेज में बढ़ते तापमान से जूझ रहे भारतीय खिलाड़ियों को भारत सरकार ने मदद भेजी. ओलिंपिक विलेज में भारतीय एथलीट्स के लिए देश के खेल मंत्रालय ने 40 पोर्टेबल एयर कंडीशनर मुहैया कराए.
वहीं इससे पहले भारतीय खिलाड़ियों को ओलिंपिक विलेज में खाने के विकल्प भी काफी कम मिले. हालात ऐसे कि अमित पंघाल को सपोर्ट स्टाफ के जरिए अपनी डाइट बनाए रखने के लिए बाहर से दाल-रोटी मंगानी पड़ी. भारतीय एथलीट तनिषा ने इस बात की भी शिकायत की थी कि एक दिन राजमा बने थे लेकिन वह भी उनके पहुंचने से पहले ही खत्म हो गए.
वीमेन बॉक्सिंग का खराब शेड्यूल
पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए भारत की सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज और पदक की उम्मीद निकहत जरीन को सीडिंग नहीं दी गई. निकहत को उनके भार वर्ग में सबसे कठिन ड्रॉ में से एक दिया गया. सीडिंग के जरिए बराबर मुकाबले के लिए प्रत्येक भार वर्ग में टॉप रैंक वाले मुक्केबाजों को अलग किया जाता है. निखत को पेरिस ओलंपिक में सीडिंग इसलिए नहीं दी गई, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) को मान्यता नहीं देती है. यही वजह है कि उन्हें कोई बाई नहीं मिली और फाइनल में पहुंचने के लिए उन्हें चार मुकाबले लड़ने होते. हालांकि वह राउंड 16 में तीन की बॉक्सर से हारकर बाहर हो गईं.
अमित रोहिदास को रेड कार्ड
मेंस हॉकी के क्वार्टरफाइनल मैच में ब्रिटेन के खिलाफ अनुभवी डिफेंडर अमित रोहिदास को 18वें मिनट में रेडकार्ड मिला. रोहिदास की स्टिक विरोधी खिलाड़ी से छू गई थी और उन्हें रेड कार्ड मिला. जिसके कारण भारत को यह मैच 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा. इस मामले में हॉकी इंडिया ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि इस फैसले ने वीडियो समीक्षा प्रणाली पर भरोसा खत्म कर दिया. भारत की ओर से गतल तरीके से वीडियो रीव्यू लेने, शूटआउट के समय ग्रेट ब्रिटेन के गोलकीपर को अलग से कोचिंग दिए जाने और शूटआउट के समय ग्रेट ब्रिटेन के गोलकीपर की ओर से वीडियो टैबलेट का इस्तेमाल करने को लेकर आपत्ति जताई गई.
ओपनिंग सेरेमनी का विवाद
पेरिस ओलंपिक 2024 की ओपनिंग सेरेमनी भी विवादों से दूर नहीं रही. हालांकि इस बार मामला धार्मिक था. ओपनिंग सेरेमनी में ईसा मसीह के अंतिम भोज को दिखाया गया था. जिसे ईसाई धर्म का अपमान बताया गया. विवाद बढ़ने के बाद आयोजकों को माफी मांगनी पड़ी थी. प्रवक्ता की तरफ से कहा गया कि उनका इरादा किसी धर्म का अपमान करने का नहीं था.
सीन नदी का प्रदूषण
पेरिस ओलंपिक 2024 की ओपनिंग सेरेमनी सीन नदी पर हुई थी. ओलंपिक के इतिहास में ऐसा पहली बार था जब ओपनिंग सेरेमनी किसी नदी पर हुई हो. हालांकि ओपनिंग सेरेमनी तके बीच प्रदूषण और गंदे पानी के कारण सीन नदी विवादों में घिर गई. खराब पानी के कारण ट्रायथलन का इवेंट रद्द किया गया था. लेकिन बाद में इस इवेंट को सीन नदी पर ही कराया गया और खिलाड़ियों की ओर से उल्टी की शिकायत भी सामने आई.
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