ZIM vs SA: साउथ अफ्रीका ने जिम्बाब्वे के पहले टेस्ट में 328 रन से हरा दिया. यह जिम्बाब्वे की रनों के लिहाज से सबसे बड़ी शिकस्त रही. इस नतीजे के साथ साउथ अफ्रीका ने लगातार नौवीं जीत हासिल की. यह इस टीम का संयुक्त रूप से लगातार सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने का रिकॉर्ड है. 2002-03 के बीच भी प्रोटीयाज टीम ने लगातार नौ टेस्ट जीते थे. ऑलराउंडर कॉर्बिन बॉश के पांच विकेटों के चलते जिम्बाब्वे की टीम 537 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 208 रन पर ही ढेर हो गई. बॉश ने पहली बार टेस्ट में पांच विकेट चटकाए हैं.
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बॉश ने दिन की पहली ही गेंद पर विकेट लिया और निक वेल्च को रवाना किया. उन्होंने तीसरे दिन के खेल की आखिरी गेंद पर भी विकेट लिया था. तब उन्होंने ओपनर ताकुंडवानाशे काइतानो को आउट किया था. शॉन विलियम्स ने हैट्रिक नहीं बनने दी लेकिन वे ज्यादा देर नहीं टिक सके. जिम्बाब्वे ने दिन के पहले घंटे में पांच विकेट गंवा दिए. इससे जिम्बाब्वे का स्कोर तीसरे दिन के खेल की समाप्ति पर एक विकेट पर 32 के स्कोर से छह विकेट पर 82 हो गया. कप्तान क्रेग इर्विन ने 49 और निचले क्रम के बल्लेबाज वेलिंग्टन मसाकाद्जा ने 57 रन की पारी खेलते हुए साउथ अफ्रीका को जीत के लिए इंतजार कराया. मसाकाद्जा ने पहली बार टेस्ट में अर्धशतक लगाया.
बॉश ने की कैलिस की बराबरी
बॉश ने 43 रन देकर पांच शिकार किए. उन्होंने पहली पारी में नाबाद 100 रन की पारी खेली थी. इसके जरिए वह जैक कैलिस के बाद पहले साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी बने जिन्होंने एक टेस्ट में शतक और पांच विकेट लेने का कमाल किया. कैलिस ने 2002 में ऐसा किया था. साउथ अफ्रीका ने इस टेस्ट की पहली पारी में नौ विकेट पर 418 रन बनाए थे. उसकी दूसरी पारी 369 रन तक चली. जिम्बाब्वे इसके जवाब में 251 और 208 रन ही बना सका.
19 साल के लुहान ड्रे प्रीटोरियस को उनकी 153 रन की पारी के लिए प्लेयर ऑफ दी मैच चुना गया. उन्होंने इसी टेस्ट से डेब्यू किया. उनके अलावा डेवाल्ड ब्रेविस ने टेस्ट करियर शुरू किया. उन्होंने पहली पारी में 51 रन बनाए. एक विकेट भी निकाला.
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