प्रीति पाल ने रविवार को पेरिस में चल रहे पैरालिंपिक गेम्स में महिलाओं की T35 200 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर पैरालिंपिक में अपना दूसरा पदक जीत लिया है. वह पैरालिंपिक या ओलिंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला ट्रैक और फील्ड एथलीट बन गई हैं. 30 अगस्त को, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की एक किसान की बेटी प्रीति पाल ने भारत का पहला एथलेटिक्स पदक जीता जब उन्होंने महिलाओं की T35 100 मीटर स्पर्धा में 14.21 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ कांस्य पदक जीता. इस मेडल के साथ भारत ने कुल 6 मेडल अपने नाम कर लिए हैं.
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महिलाओं की 200 मीटर - T35 रिजल्ट
ज़िया झोउ (चीन) - 28.15s
गुओ कियानकियान (चीन) - 29.09s
प्रीति पाल (भारत) - 30.01s
पीएम मोदी ने दी बधाई
बता दें कि T35 क्लासिफिकेशन उन एथलीटों के लिए है जिनमें हाइपरटोनिया, अटैक्सिया और एथेटोसिस जैसी समन्वय संबंधी कमियां होती हैं. उनकी उपलब्धि को देखते हुए पीएम मोदी ने भी बधाई दी. पीएम मोदी ने एक्स पर कहा कि, “प्रीति पाल की एक ऐतिहासिक उपलब्धि क्योंकि उन्होंने पैरालिंपिक 2024 के उसी एडिशन में महिलाओं की 200 मीटर T35 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर अपना दूसरा पदक जीता है. वह भारत के लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं. उनका समर्पण वाकई उल्लेखनीय है.
प्रीति पाल की पैरालिंपिक सफलता की यात्रा चुनौतियों से भरी रही है. पिछले साल पैरा एशियाई खेलों में वह दो पदकों से चूक गई थी. वह पोडियम से बस कुछ ही दूर रह गई थी. लेकिन पाल में हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत करने और अधिक सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा के रूप में काम किया. इन असफलताओं से उबरने और विश्व मंच पर शानदार प्रदर्शन करने के लिए उन्होंने दिन रात एक कर दिया.
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