World Badminton Championships : वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप (World Badminton Championships) के क्वार्टर फाइनल में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी विक्टर एक्सलसन को मात देने वाले एचएस प्रणय (HS Prannoy) का सफर कांस्य पदक तक आकर समाप्त हो गया. सेमीफाइनल मुकाबले में वर्ल्ड नंबर तीन थाईलैंड के कुनलावुत विटिडसार्न ने एचएस प्रणय को 21-18,13-21 और 14-21 से हराकर वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना डाली. हार से प्रणय को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा और अपने करियर में पहली बार उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप का मेडल हासिल किया. जबकि इस टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीतने वाले वह चौथे भारतीय पुरुष शटलर बन गए हैं.
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लगातार 6 अंक बटोर प्रणय ने जीता पहला गेम
डेनमार्क में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में थाईलैंड के कुनलावुत विटिडसार्न के सामने एचएस प्रणय ने दमदार शुरुआत की और सर्विस करते हुए पहले तीन अंक अर्जित कर डाले. इसके बाद थाईलैंड के खिलाड़ी ने वापसी की और एक समय स्कोर 5-5 की बराबरी पर आ गया था. जिसके बाद प्रणय ने लगातार 6 अंक बटोरे और सर्विस पर कब्जा जमाए रखा. जिससे पहले गेम में प्रणय काफी आगे निकल गए और फिर विटिडसार्न वापसी नहीं कर सके. प्रणय ने पहले गेम को 21-18 से अपने नाम कर डाला.
दूसरे गेम में दमदार शुरुआत के बाद हारे प्रणय
दूसरे गेम में प्रणय ने शानदार शुरुआत की और लगातार चार अंक अपने नाम कर डाले. इसके बाद थाईलैंड के खिलाड़ी ने वापसी की और एक समय स्कोर 7-7 की बराबरी पर आ गया था. तभी थाईलैंड के खिलाड़ी ने अंको की झड़ी लगा डाली और लगातार 6 अंक हासिल करके प्रणय को बैकफुट पर धकेल दिया. 7-13 से पीछे होने के बाद प्रणय वापसी नहीं कर सके और दूसरे गेम में 13-21 से हार का सामना करना पड़ा.
तीसरे गेम में पस्त पड़े प्रणय
तीसरे और अंतिम गेम में भी प्रणय ने पहला अंक जीता लेकिन इसके बाद विटिडसार्न ने दमदार वापसी को और लगातार 5 अंक जीत कर फाइनल गेम में 5-1 की बढ़त बना डाली. जिसके बाद प्रणय ने दमदार टक्कर दी और एक समय स्कोर को 7-8 कर दिया था. मगर इसके बाद विटिडसार्न ने फिर से मजबूत वापसी की और लगातार चार अंक हासिल करके मजबूत बढ़त बनाई. जिससे प्रणय वापसी नहीं कर सके और उन्हें अंत में तीसरे गेम में 14-21 से हार का सामना करना पड़ा.
विक्टर एक्सलसन को दी थी मात
क्वार्टर फाइनल में केरल के 31 साल के प्रणय ने विक्टर एक्सलसन को 13-21, 21-15, 21-16 से हराते हुए देश का 14वां मेडल पक्का किया. वह इस सीजन में अभी तक मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 टूर्नामेंट जीत चुके हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया ओपन सुपर 500 में उपविजेता रहे.
वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाले भारतीय
बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप की बात करें तो इसमें पांच बार पीवी सिंधु अकेले मेडल जीत चुकी हैं, जिसमें साल 2019 में उनका गोल्ड मेडल भी शामिल है. इसके साथ ही साइना नेहवाल के नाम एक सिल्वर और एक कांस्य पदक शामिल है. पुरुषों में किदाम्बी श्रीकांत सिल्वर मेडल तो लक्ष्य सेन, बी साइ प्रणीत, प्रकाश पादुकोण के साथ अब प्रणय के नाम भी कांस्य पदक जुड़ गया है.
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