IND VS ENG: भारतीय खिलाड़ी चोटिल, मैनचेस्टर में फंसा प्लेइंग 11 का पेेंच
आगामी टेस्ट मैच से पहले टीम इंडिया को कई झटके लगे हैं. नीतीश रेड्डी और अर्शदीप चोट के कारण बाहर हैं, वहीं आकाशदीप भी इस टेस्ट मैच से बाहर हो गए हैं. उनकी जगह अंशुल कंबोज का डेब्यू लगभग तय माना जा रहा है. अभ्यास सत्र में अंशुल कंबोज ने बुमराह और सिराज के साथ गेंदबाजी की, जबकि प्रसिद्ध कृष्णा ने नेट बॉलर्स के साथ अभ्यास किया. ऋषभ पंत के विकेटकीपिंग करने की पूरी संभावना है, जिससे टीम संयोजन में बदलाव आ सकता है. टीम के सामने यह सवाल है कि क्या वे चार आउट एंड आउट तेज गेंदबाजों के साथ जाएंगे या स्पिनरों को मौका देंगे. 2011 में आरपी सिंह के अचानक डेब्यू का उदाहरण भी चर्चा में आया, जहां वह तैयार नहीं थे. टीम के लिए साई सुदर्शन, ध्रुव जुरेल और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ियों के विकल्प भी खुले हैं. भारतीय टीम की प्लेइंग XI को लेकर चर्चा जारी है, खासकर ऋषभ पंत की फिटनेस और गेंदबाजों के चयन पर. रविंद्र जडेजा को बाहर रखने और कुलदीप यादव, वाशिंगटन सुंदर जैसे स्पिनरों को शामिल करने पर बहस हुई. नीतीश रेड्डी की चोट के बाद टीम में बदलाव की संभावना है. इंग्लैंड ने अपनी प्लेइंग XI घोषित कर दी है, जिसमें क्रिस वोक्स और जोफ्रा आर्चर शामिल हैं. क्रिस वोक्स मैनचेस्टर में खतरनाक साबित हो सकते हैं. मीडिया और खिलाड़ियों के बीच स्लेजिंग पर भी बात हुई, जिसमें हैरी ब्रुक ने जसप्रीत बुमराह के ओवर के बाद टीम में जोश आने की बात कही. सबसे बड़ा मुद्दा भारत-पाकिस्तान क्रिकेट का है. डब्ल्यूसीएल में भारत-पाकिस्तान मैच रद्द होने के बाद एशिया कप को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. एशियन क्रिकेट काउंसिल की मीटिंग ढाका में होनी है, जिस पर बीसीसीआई का रुख अलग है. एशिया कप के आयोजन को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. एशियन क्रिकेट काउंसिल की बैठक के वेन्यू को लेकर विवाद है, खासकर ढाका में होने वाली बैठक पर. भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट खेलने को लेकर राजनीतिक मुद्दे हावी हैं. चर्चा में इस बात पर जोर दिया गया कि जब तक सरकार के स्तर पर कोई स्पष्ट नीति नहीं आती, तब तक क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए. खिलाड़ियों और पत्रकारों को सोशल मीडिया पर गालियां पड़ रही हैं, यहाँ तक कि एक खिलाड़ी के घर पर लोग पहुँच गए थे. यह भी बताया गया कि बीसीसीआई ने अभी तक एशिया कप के शेड्यूल या वेन्यू की आधिकारिक घोषणा नहीं की है. सभी हितधारक, चाहे वे बोर्ड हों, ब्रॉडकास्टर हों या स्पॉन्सर, पैसे कमाने के लिए काम कर रहे हैं. स्पोर्ट्स तक पर हुई चर्चा में एशिया कप के आयोजन और भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों पर बात हुई. पैनलिस्टों ने खिलाड़ियों को निशाना बनाए जाने और पाखंड पर सवाल उठाए. चर्चा में बीसीसीआई की भूमिका, एशिया कप के वेन्यू बदलने की मांग और सरकार की खेल नीति पर भी विचार किया गया. आईपीएल की बढ़ती लोकप्रियता और भारतीय स्टेडियमों की स्थिति पर भी बात हुई. बीसीसीआई द्वारा राज्यों को दिए जाने वाले फंड और उसके उपयोग पर भी सवाल उठे.