चैंपियंस ट्रॉफी से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम पर आफत टूट पड़ी है. कप्तान पैट कमिंस और जॉश हेजलवुड चोट की वजह से चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गए हैं. जबकि स्टार खिलाड़ी मार्कस स्टोइनिस ने टूर्नामेंट शुरू होने से ठीक पहले गुरुवार को वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. वह अब चैंपियंस ट्रॉफी नहीं खेलेंगे. स्टोइनिस को 13 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया की चैंपियंस ट्रॉफी स्क्वॉड में शामिल किया गया था और छह फरवरी को उन्होंने वनडे क्रिकेट ही छोड़ दिया.
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इन 26 दिनों में स्टोइनिस में कुछ ऐसा हुआ, जिसने उन्हें तत्काल प्रभाव से वनडे से संन्यास लेने के लिए मजबूर कर दिया. 35 साल के ऑलराउंडर स्टोइनिस अब टी20 क्रिकेट पर फोकस करेंगे और ऑस्ट्रेलिया के लिए इस फॉर्मेट के लिए उपलब्ध रहेंगे. स्टोइनिस के नाम 71 वनडे मैचों में 26.69 की औसत से 1495 रन है. 2017 में न्यूजीलैंड के खिलाफ नॉटआउट 146 रन उनका बेस्ट प्रदर्शन है. उनके नाम 48 विकेट भी है. उन्होंने अपने रिटायरमेंट को लेकर कहा-
ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे क्रिकेट खेलने का सफर अद्भुत रहा. यह मेरे लिए आसान फैसला नहीं था, मगर मुझे लगता है कि मेरे लिए वनडे छोड़ने का यह बिल्कुल सही समय है और करियर के अगले अध्याय पर पूरी तरह से फोकस करूं.
चोटिल हैं स्टोइनिस
स्टोइनिस को चोट की वजह से वनडे से संन्यास लेना पड़ा. दरअसल साउथ अफ्रीका टी20 लीग वह डरबन सुपर जायंट्स के लिए जोहानिसबर्ग सुपर किंग्स के खिलाफ खेले थे, जहां गेंदबाजी करते समय उन्हें हैमस्ट्रिंग चोट लगी. स्टोइनिस चोट से जूझ रहे हैं और चैंपियंस ट्रॉफी के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीमू सीधे जून जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे मैच खेलेगी. करीब चार महीने ऑस्ट्रेलिया को कोई वनडे भी नहीं खेलना है. इन्हीं सबने को देखने हुए स्टोइनिस वनडे से संन्यास का फैसला किया और करियर के आखिरी पड़ाव पर टी20 और फ्रेंचाइज क्रिकेट पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया.
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