रोहित शर्मा टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी को जीतकर भारत ले आए हैं. ये वही ट्रॉफी है, जिसका इंतजार पूरा देश पिछले 17 सालों से कर रहा था. टी20 वर्ल्ड कप की पहली विनर भारतीय टीम को इस ट्रॉफी को फिर से उठाने में पूरे 17 साल लग गए. बारबाडोस में रोहित की टीम साउथ अफ्रीका को हराकर ट्रॉफी घर लेकर आई. चमचमाती ट्रॉफी को रोहित ने दिल्ली पहुचंने के बाद एयरपोर्ट से बाहर निकलकर फैंस के बीच लहराया तो पूरे देश झूम उठा.
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चांदी की इस ट्रॉफी को देखकर हर एक फैन के चेहरे पर सोने सी चमक तैर गई. करीब 7.5 किलो की इस ट्रॉफी को भारतीय टीम ने दूसरी बार जीता. रोहित के हाथों में चमक रही ट्रॉफी का डिजाइन टी20 क्रिकेट की गतिशीलता को दिखाता है. जानें भारत आने वाली ट्रॉफी की हर एक डिटेल
लाखों में टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी की कीमत
टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी चांदी और रोडियम से बनी है, जिसका वजन 7.5 किलो के करीब है. इसकी ऊंचाई 51 सेमी और सबसे चौड़े स्थान पर इसकी चौड़ाई 16.5 सेमी और नीचे चौड़ाई 13.97 सेमी तक है. ट्रॉफी को बनाने में खर्च उस समय के सिल्वर और सबसे महंगी धातु रोडियम की कीमत के आधार पर तय होता है. यानी टीम इंडिया जिस ट्रॉफी को जीतकर लाई है, उसकी कीमत लाखों में है.
किसने बनाई टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी
शुरुआत में 2007 में क्वींसलैंड में स्थित मिनाले ब्राइस डिजाइन स्ट्रैटेजी की डिजाइन ट्रॉफी को भारत में अमित पाबूवाल ने बनाया था, मगर बाद में लिंक्स ऑफ़ लंदन वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को बनाने लगा. साल 2021 थॉमस लाइट ट्रॉफी का आधिकारिक मेन्यू फ्रैक्चर बन गया था. 2007 से अभी तक भारत, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की ऐसी टीम है, जो दो बार इस ट्रॉफी को उठा चुकी है. जबकि पाकिस्तान, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया ने एक एक बार ट्रॉफी अपने नाम की.
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