IND vs AUS : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला मेलबर्न के मैदान में 26 दिसंबर से खेला जाना है. इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम में एक बड़ा बदलाव हुआ और युवा सलामी बल्लेबाज नाथन मैक्स्वीने को बाहर करके उनकी जगह सैम कोनस्टास को टीम में शामिल किया. जिन्होंने पिंक बॉल से टीम इंडिया के खिलाफ खेले गए अभ्यास मैच में शतक भी ठोका था. ऑस्ट्रेलियाई टीम के इसी फैसले पर माइकल क्लार्क ने सवाल उठाया और कहा कि ऐसी हरकत से उसका करियर खत्म हो सकता है.
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माइकल क्लार्क ने क्या कहा ?
भारत के खिलाफ सिर्फ तीन टेस्ट मैच में मौका पाने वाले नाथन मैक्स्वीने अब बाहर हो चुके हैं. उनका समर्थन करते हुए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी माइकल क्लार्क ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से बातचीत में कहा,
ऑस्ट्रेलियाई टीम में नाथन को छोड़कर लगभग सभी खिलाड़ी 30 साल या उससे अधिक की उम्र के हैं. हम क्या कर रहे हैं, एक युवा खिलाड़ी को दो या तीन मैच देकर बाहर कर रहे हैं, उसे बाहर करेंगे और किसी अन्य को आजमाएंगे जबकि इन पुराने और बूढ़े खिलाड़ियों को टीम में शामिल रखेंगे.
माइकल क्लार्क ने आगे कहा,
मान लीजिये कि अगर आगामी दो टेस्ट मैच खेलने के बाद उस्मान ख्वाजा रिटायर हो जाते हैं तो क्या होगा? क्या आप नाथन मैक्स्वीने को वापस लायेंगे या फिर से उसे लाइन में लगा देंगे, इसके बारे में चयनकर्ताओं को सामने आकर जवाब देना होगा कि हमने उनको सेलेक्ट करके गलती की है. इससे नाथन मैक्स्वीने का करियर समाप्त हो सकता है. उन्होंने इसे चुना और वह इस सीजन के हकदार थे. चाहें उन्हें ओपनिंग या फिर किसी भी पोजीशन में चुना गया हो. नाथन मैक्स्वीने को पूरी सीरीज देनी चाहिए थी. मेरे हिसाब से सेलेक्टर्स ने ये बड़ी गलती की है.
नाथन मैक्स्वीने को 4 बार बुमराह ने किया आउट
वहीं नाथन मैक्स्वीने की बात करें तो भारत के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के दौरान उन्होंने टेस्ट डेब्यू किया. हालांकि नाथन मैक्स्वीने बतौर ओपनर ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ी पारी नहीं खेल सके और उनको पांच में से चार बार जसप्रीत बुमराह ने चलता किया. जिससे मैक्स्वीने छह पारियों में 10, 0, 39, 10 (नाबाद), 9, 4 रन की इनिंग ही बुन सके. अब मैक्स्वीने बाहर हो चुके हैं और देखना होगा कि भविष्य में वह ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में जगह बना सकेंगे या नहीं.
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