रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के पूर्व डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट माइक हेसन ने युजवेंद्र चहल को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने यहां ये बताया है कि उनकी फ्रेंचाइजी ने उन्हें आईपीएल 2022 मेगा नीलामी के दौरान क्यों रिटेन नहीं किया था. चहल आईपीएल में आरसीबी की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उन्होंने साल 2014 से लेकर 2021 तक कुल 113 मैच खेले हैं. इस दौरान उन्होंने 7.58 की इकॉनमी के साथ कुल 139 विकेट लिए हैं.
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फ्रेंचाइजी ने चहल को किया था रिलीज
फ्रेंचाइजी ने उस वक्त क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया था जब मेगा नीलामी के दौरान उन्हें रिटेन नहीं किया था. टीम ने इस दौरान विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल और मोहम्मद सिराज को रिटेन किया था. जब चहल को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. बता दें कि हेसन आरसीबी की टीम मैनेजमेंट का हिस्सा था. ऐसे में उन्होंने अब खुलासा किया है कि फ्रेंचाइजी सिर्फ 3 खिलाड़ियों को ही रिटेन करना चाहती थी क्योंकि इससे उन्हें और अधिक 4 करोड़ नीलामी में देना पड़ता. ऐसे में उनका पूरा प्लान चहल को रिटेन करने का था.
हसरंगा के चलते चहल का कटा था पत्ता
हेसन ने बताया कि युजवेंद्र वो हैं जिनसे मैं निराश होऊंगा जब तक मेरा करियर खत्म नहीं हो जाता या उसके आगे भी. वो धांसू गेंदबाज हैं. मुझे लगता है कि जब हर साइकिल की बात आती है तो आपको ये फैसला लेना होता है कि आपको किसे रिटेन करना है. उस दौरान सिर्फ तीन खिलाड़ियों को ही रिटेन किया जाना था. और आपके पास नीलामी में और अधिक 4 करोड़ थे. ऐसे में हमारी प्लानिंग इस पैसे से हर्षल पटेल और युजवेंद्र चहल को अपनी टीम में लेना था.
बता दें कि चहल को रिलीज करने के बाद आरसीबी ने श्रीलंका के स्टार ऑलराउंडर वानिंदु हसरंगा पर 10.75 करोड़ रुपए खर्च किए. ऐसे में नीलामी में उन्हें इस खिलाड़ी को खरीदने के लिए पैसे नहीं लुटाने पड़े. लेकिन दो सीजन के बाद यानी की साल 2024 से पहले उन्होंने इस खिलाड़ी को रिलीज कर दिया. उन्होंने कहा, जब नीलामी का क्रम आया और युजवेंद्र चहल 65वें नंबर पर था. युजी के बाद कोई और स्पिनर नहीं था जिसमें हमारी दिलचस्पी थी. अगर हमें युजी नहीं मिलता तो हम स्पष्ट रूप से एक अन्य विकल्प के रूप में हसरंगा में रुचि रखते थे. इसलिए हमने उसके लिए बोली लगाई और फिर एक बार जब हमें हसरंगा मिल गया तो इसका मतलब था कि हम युजी के लिए नहीं जा सकते.
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