खेत को बनाया IPL मैदान, मजदूरों ने पहनी मुंबई- चेन्नई की जर्सी, लाइव मैच चलाकर गुजरात के ठगों ने किया बड़ा कांड

इंडियन प्रीमियर लीग एक ऐसा टूर्नामेंट है जो लोकल लेवल पर काफी मशहूर हो चुका है.

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इंडियन प्रीमियर लीग एक ऐसा टूर्नामेंट है जो लोकल लेवल पर काफी मशहूर हो चुका है. यानी की कॉर्पोरेट, यूनिवर्सिटी और अलग अलग जगहों पर इसी फॉर्मेट के आधार पर टूर्नामेंट्स के आयोजन किए जाते हैं. लेकिन इन सबके बीच गुजरात में कुछ ऐसा हुआ है जिसने क्रिकेट जगत को पूरी तरह हिला दिया है. क्या आप सोच सकते हैं कि एक फर्जी आईपीएल का भी आयोजन किया जा सकता है जिसका मकसद सिर्फ सट्टेबाजों को अपनी जाल में फंसाना हो. गुजरात में कुछ ऐसा ही देखने को मिला जहां फर्जी आईपीएल का ये पूरा खेल खेल गया. ठगों ने कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर की मदद से गुजरात के मेहसाणा जिले के वाडनगर तालुका के मोलिप उर गांव के एक खेत से इस काम को अंजाम देना शुरू किया.

 

क्वार्टरफाइनल तक पहुंच चुकी थी लीग
ये लीग इतनी आगे बढ़ चुकी थी कि इसका क्वार्टरफाइनल मुकाबला खेला जाना था लेकिन तभी पुलिस ने छापा मार दिया. गुजरात के ये ठग एक साथ मिलकर सट्टेबाजी करते थे औक रूसी को फंसाते थे. इसके अलावा इन मैचों को यूट्यूब चैनल पर लाइव भी किया जाता था. ठगों ने गांव के कुल 21 मजदूरों को इसके लिए तैयार किया जिन्हें चेन्नई, मुंबई और गुजरात की जर्सी पहनाई.

 

नकली अंपायर और कमेंटेटर का किया इस्तेमाल
इस लीग में नकली अंपायर और पांच एचडी कैमरों का भी इस्तेमाल किया गया. वहीं फैंस की आवाज आए इसके लिए एंबियंस साउंड को भी जोड़ा गया. कमेंटेटर हर्षा भोगले की नकल करने के लिए मेरठ से एक शख्स को भी बुलाया गया. फिलहाल इस मामले में चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

 

फर्जी आईपीएल मैच कराने वाले शातिर गिरोह ने रूस के टवेर, मॉस्को और वॉरोनेज शहर में बैठे सटोरियों से दांव तक लगवाए. इतना ही नहीं, 15 दिन तक आईपीएल नाम के यू-ट्यूब चैनल पर क्रिकेट मैच लाइव दिखाए. रूस में बैठे लोग, जो इन मुकाबलों पर बेटिंग कर रहे थे, उन्हें शक न हो. इसलिए इंटरनेट से क्रिकेट स्टेडियम में बैठे दर्शकों के शोर का ऑडियो डाउनलोड किया और मैच के दौरान बीच-बीच में इसे बजा दिया जाता था. ताकि असली मैच जैसा रोमांच लगे.

 

मास्टरमाइंड गिरफ्तार
इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी भावेश राठौड़ ने बताया, “फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड शोएब दावड़ा बेटिंग के लिए मशहूर रूस के एक पब में 8 महीने काम करने के बाद अपने गांव मोलीपुर लौट आया था. उसी ने पूरे खेल को अंजाम दिया. शोएब ने इसके लिए एक शख्स के खेत को किराए पर लिया और फिर वहां हैलोजन लगा दिए. उसने 21 मजदूरों को रोज 400 रुपये देने का लालच देकर फेक आईपीएल टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए तैयार किया. इसके बाद कैमरामैन जोड़ा और आईपीएल की अलग-अलग टीमों की जर्सियां  खरीदी.

 

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