आईपीएल 2023 की शुरुआत 31 मार्च से होनी जा रही है. 2008 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट का यह 16वां सीजन होने जा रहा है. पिछले 16 साल में आईपीएल दुनिया के सबसे बड़ी क्रिकेट लीग बन गया है और हरेक खिलाड़ी इसमें खेलना चाहता है. आज जब यह टूर्नामेंट खेला जाता है तब इंटरनेशनल मैच लगभग न के बराबर होते हैं. अगर होते भी हैं तो बड़ी टीमों की सीरीज नहीं खेली जाती है क्योंकि बड़े खिलाड़ी आईपीएल का हिस्सा होते हैं. लेकिन इस सफर की शुरुआत आसान नहीं थी. आईपीएल का आगाज एक मजबूरी और डर के चलते हुआ था और इसके बारे में कई शक-शुब्हा था. तो क्या थी आईपीएल की कहानी और कैसे हुई इसकी शुरुआत.
ADVERTISEMENT
जब टी20 क्रिकेट इंटरनेशनल लेवल पर खेला जाने लगा तब बीसीसीआई ने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. उसने जोकर क्रिकेट कहकर इस फॉर्मेट को नकार दिया. शुरुआत में तो वह टी20 वर्ल्ड कप के लिए भी टीम नहीं भेजना चाहता था. बोर्ड ने बड़े अनमने भाव से टीम भेजी थी. लेकिन सुभाष चंद्रा के एसेल ग्रुप के 2007 में इंडियन क्रिकेट लीग (आईएसएल) शुरू करने के बाद बीसीसीआई को झटका लगा. आईएसएल सिटी बेस्ड फ्रेंजाइज टूर्नामेंट था. इसमें शहरों के नाम से टीमें थीं और दुनियाभर के क्रिकेटर इसमें शामिल हुए. 1983 का वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान कपिल देव को डायरेक्टर बना दिया गया. भारतीय बोर्ड को लगा कि इससे क्रिकेट की सत्ता उसके हाथ से निकल जाएगी. तब ललित मोदी के नेतृत्व में आईपीएल की नींव रखने की योजना बनी.
आईपीएल के लिए कहां से आएगा पैसा?
लेकिन एक सवाल उठ रहा था कि इतना पैसा कहां से आएगा. इस बीच एक घटना और हुई जिसने आईपीएल के आयोजन को पुख्ता कर दिया. यह घटना थी भारत का 2007 टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीतना. महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीतने के बाद टी20 क्रिकेट में अपार संभावनाएं और फ्यूचर दिखने लगा. आईपीएल टीमों के अधिकार रिलायंस इंडस्ट्रीज, विजय माल्या, प्रीति जिंटा, शाहरुख खान जैसी बड़ी हस्तियों ने लिए. इससे आईपीएल में ग्लैमर भी दिखने लगा. फिर जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में सीबी सीरीज जीती तब तो भारत में क्रिकेट उफान पर था. इसी उफान के समय ऑक्शन हुआ जहां खिलाड़ियों पर करोड़ों रुपये बरसे. यह सब न केवल भारत बल्कि दुनिया के क्रिकेट के लिए एकदम नई बात थी.
दुश्मनों को आईपीएल ने बनाया दोस्त
2008 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत और मेजबान टीम के बीच काफी तनावभरे माहौल में क्रिकेट हुई थी. मंकीगेट जैसा मामला हुआ जिसने क्रिकेट जगत को हिला दिया था. भारत और ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर्स के बीच दोस्ती खत्म सी हो गई थी. लेकिन यही क्रिकेटर आईपीएल में साथ-साथ थे. सौरव गांगुली, रिकी पोंटिंग और इशांत शर्मा एक ही टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल रहे थे. बाद में मंकीगेट के दो अहम किरदार हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स भी एक साथ मुंबई इंडियंस के लिए खेले.
मैक्कलम की पारी ने किया करिश्मा
फिर आया वो दिन जिसने क्रिकेट के भविष्य को बदलकर रख दिया. तारीख थी 18 अप्रैल 2008. जगह- बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम. कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच आईपीएल का पहला मैच. न्यूजीलैंड के ब्रेंडन मैक्कलम ने 73 गेंद में 10 चौकों और 12 छक्कों से नाबाद 158 रन कूट दिए. केकेआर ने तीन विकेट पर बनाए 222 रन. जवाब में आरसीबी 82 रन पर निपट गई. मैक्लम की पारी ने आईपीएल को पहले ही मैच से हिट कर दिया और करोड़ों फैंस को आईपीएल भा गया.
ये भी पढ़ें
IPL 2023: क्या है Impact Player Rule जिससे एक टीम में 12 खिलाड़ी खेलेंगे, यहां जानिए पूरी जानकारी