Ranji Trophy Quarter Final : भारत के घरेलू क्रिकेट में जारी रणजी ट्रॉफी के क्वार्टरफाइनल में तमिलनाडु की टीम ने चेतेश्वर पुजारा वाली डिफेंडिंग चैंपियन सौराष्ट्र को पारी और 33 रन से रौंद डाला. इसके साथ ही साई किशोर की कप्तानी वाली तमिलनाडु की टीम ने सात साल बाद रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में जगह बना डाली. जिससे तमिलनाडु की टीम के पास साल 1987-88 सीजन में दूसरी बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीतने के बाद तीसरी बार रणजी चैंपियन बनने का बड़ा मौका अब भी बना हुआ है. तमिलनाडु के लिए उनके कप्तान साई किशोर ने अपनी लेफ्ट आर्म गेंदबाजी से मैच में कुल 9 विकेट चटकाए और सौराष्ट्र की टीम को तीन दिन में ही हार पर मजबूर कर डाला.
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पहली पारी में 183 पर सिमटी पुजारा की टीम
कोयंबटूर के मैदान में सौराष्ट्र की पहली पारी को 183 पर समेटने के बाद तमिलनाडु ने पहली पारी में दूसरे दिन के अंत तक 6 विकेट पर 300 रन बना डाले थे. इसके बाद मैच के तीसरे दिन तमिलनाडू की पहली पारी 338 रन पर ही सिमट गई. सौराष्ट्र के लिए सबसे अधिक तीन विकेट चिराग जानी और दो-दो विकेट जयदेव उनादकट और धर्मेन्द्रसिंह जडेजा ने लिए. जबकि तमिलनाडु के लिए पहली पारी में 5 विकेट हॉल लेने वाले कप्तान साई किशोर ने बल्ले से भी पहली पारी में 60 रन बनाए थे.
साई किशोर ने गेंदबाजी से दिखाया जलवा
अब तमिलनाडु से पहली पारी में 155 रन से पिछड़ने के बाद सौराष्ट्र की टीम जब दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आई तो फिर से साई किशोर की फिरकी का जवाब नहीं दे सकी. साई किशोर ने पहली पारी में पांच विकेट हॉल लेने के बाद दूसरी पारी में चार विकेट चटकाए. जबकि पहली पारी में दो रन बनाने वाले पुजारा भी ज्यादादेर नहीं टिक सके और 46 रन पर साई किशोर का शिकार बनकर चलते बने. पुजारा के अलावा सौराष्ट्र का कोई भी बल्लेबाज पिच पर टिक नहीं सका. जिससे उनकी टीम दूसरी पारी में 122 रन पर ही ढेर हो गई और तीसरे दिन ही सौराष्ट्र को पारी व 33 रन की बड़ी हार का सामना करना पड़ा. साई के अलावा दूसरी पारी में तीन विकेट संदीप वॉरियर ने भी चटकाए. जिससे तमिलनाडु की टीम ने सात साल बाद रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में जगह बना डाली. जबकि पुजारा की टीम का इस सीजन का सफर हार के साथ समाप्त हो गया.
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