आईपीएल के इम्पैक्ट प्लेयर के नियम को लेकर लगातार चर्चाएं होती रहती हैं. कुछ इस नियम के पक्ष में हैं तो कुछ इसे हटाने की मांग कर रहे हैं. आईपीएल 2025 में ये नियम होगा या नहीं, इसे लेकर बीसीसीआई सचिव जय शाह ने चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने इस नियम को लेकर बड़ा बयान दिया है. दरअसल इम्पैक्ट प्लेयर के नियम को लेकर कई राय ऐसी भी हैं, जिनका मानना है कि इससे ऑलराउंडर्स पर प्रभाव पड़ता है. जो भारतीय क्रिकेट के लिए सही नहीं है.
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टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार जय शाह का कहना है कि इस नियम को लेकर उनकी फ्रेंचाइजियों के साथ मीटिंग हुई. मीटिंग में इस नियम का लंबी चर्चा भी हुई. इस नियम के दो पक्ष है. पहला सकारात्मक और दूसरा नकरात्मक. सकारात्मक पक्ष तो ये है कि इस नियम के कारण ज्यादा से ज्यदाा प्लेयर्स को खेलने का मौका मिलता है, जबकि नकारात्मक ये है कि इससे ऑलराउंडर पर प्रभाव पड़ता है. जय शाह का कहना है-
हमें ब्रॉडकास्टर्स के बारे में भी सोचना चाहिए. अब देखते हैं कि इस पर हमें क्या फीडबैक मिलता है.
पार्थ जिंदल की इम्पैक्ट प्लेयर पर राय
इम्पैक्ट प्लेयर नियम आईपीएल 2023 में लागू हुआ था. इसके बाद से ही इस नियम पर सवाल खड़े हो रहे हैं. बल्लेबाजी वाली टीम चाहे तो जरूरत पड़ने पर किसी खिलाड़ी को बाहर करके एक बल्लेबाज को मैदान पर उतार सकती है. ठीक ऐसा ही गेंदबाजी वाली टीम पर भी लागू होता है. दोनों ही टीमों को टॉस के वक्त अपने इम्पैक्ट प्लेयर के नाम देने होते हैं.
बीते दिनों दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक पार्थ जिंदल ने भी बीते दिनों हुई मीटिंग के बाद कहा था कि इस नियम पर भी अलग-अलग लोगों के अलग-अलग विचार सामने आए. कुछ लोग इसे इसलिए चाहते हैं क्योंकि इससे युवा खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने का मौका मिलता है.कुछ लोग इसे इसलिए नहीं चाहते क्योंकि यह ऑलराउंडरों के डवलपमेंट के मामले में भारतीय क्रिकेट के लिए हानिकारक है. हालांकि वो इसे नहीं चाहते. वो खेल को वैसे ही पसंद करते हैं, जैसा कि 11 के सामने 11 खेलते हैं.
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