Wriddhiman Saha: गुजरात टाइटंस के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने 2022 में बंगाल छोड़ दिया था क्योंकि भारतीय विकेटकीपर त्रिपुरा की टीम के साथ जुड़ गए थे. विकेटकीपर को त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन के जरिए एक खिलाड़ी और मेंटॉर के रूप में साइन कर लिया गया था. लेकिन दो साल के अंतराल के बाद ऋद्धिमान साहा बंगाल लौटने के लिए तैयार हैं. सौरव गांगुली के साथ बैठक के बाद, 39 साल के क्रिकेटर ने अब फैसला लिया है कि वो वापस बंगाल क्रिकेट में लौटना चाहते हैं.
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गुजरात टाइटंस के विकेटकीपर ने कथित तौर पर अपमानित महसूस किया था जब बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के एक अधिकारी ने उनके समर्पण पर सवाल उठाए थे. उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपना आक्रोश व्यक्त किया था. ऐसे में वो इस कमेंट को स्वीकर नहीं कर पाए जिसके बाद अंत में उन्होंने फैसला लिया कि वो बंगाल क्रिकेट छोड़ देंगे.
बंगाल क्रिकेट की कोशिश हुई कामयाब
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के बार-बार के प्रयासों के बावजूद, वह अपनी बात पर अड़े रहे और नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया. लेकिन अब दो साल के अंतराल के बाद ऋद्धिमान साहा अगले सीजन से बंगाल की तरफ से खेलते नजर आएंगे. पिछले कुछ दिनों से, सीएबी कथित तौर पर उन्हें बंगाल में वापस लाने की कोशिश कर रहा था और इस बार वे निश्चित रूप से सफल हुए हैं. केकेआर के पूर्व खिलाड़ी बंगाल क्रिकेट में सबसे प्रमुख नामों में से एक रहे हैं और उन्होंने कई मौकों पर अपनी टीम को संकट से उबारा है.
एक और प्रतिभाशाली बल्लेबाज सुदीप चटर्जी भी कुछ दिन पहले बंगाल लौटे थे. ये खिलाड़ी भी त्रिपुरा में शामिल हो गए थे लेकिन वह एक बार फिर बंगाल की जर्सी पहनने के लिए तैयार हैं. पिछली बार बंगाल का सीजन अच्छा नहीं रहा था. मुकेश कुमार और आकाश दीप जैसे खिलाड़ी टीम इंडिया में व्यस्त थे. ऐसे में ये काफी मुश्किल था कि अनुस्तुप मजूमदार और शाहबाज अहमद जैसे खिलाड़ी हर मैच में मदद करें.
बता दें कि बंगाल छोड़ने के बावजूद, ऋद्धिमान साहा ने ये ऑप्शन रखा था कि अगर उन्हें दोबारा कभी बंगाल की टीम में खेलने का मौका मिला तो वो जरूर वापसी करेंगे. मनोज तिवारी ने इस साल की शुरुआत में प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. ऐसे में अब ये देखना होगा कि ऋद्धिमान टीम में उनकी कमी पूरी करते हैं या नहीं.
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