Paris Olympic 2024, Lalit Upadhyay : 2020 टोक्यो ओलिंपिक के बाद भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलिंपिक 2024 में भी धमाकेदार पदर्शन किया और लगातार दूसरी बार कांस्य पदक पर कब्जा जमाया. इस तरह 52 सालों बाद ऐसा हुआ जब भारतीय हॉकी टीम ने लगातार दो ओलिंपिक गेम्स में मेडल अपने नाम किए. जिसमें दोनों बार भारतीय हॉकी टीम के साथ कांस्य पदक जीतने वाले ललित उपाध्याय ने अब अपने करियर को लेकर बड़ा राज खोला.
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ललित उपाध्याय ने क्या कहा ?
उत्तर प्रदेश के बनारस से आने वाले ललित उपाध्याय को तामाम आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा था. ललित ने इससे पार पाने लिए हॉकी को चुना और स्पोर्ट्स तक से बातचीत में कहा,
मैं कभी सुपरस्टार के जैसा नहीं बनना चाहता. आदमी दो कारणों से खेल चुनता है. पहला तो ये कि वह उस गेम से काफी प्यार करता है. दूसरा मजबूरी से और मैंने हॉकी को अपनी मजबूरी से चुना था. क्योंकि हॉकी खेलेंगे तो नौकरी मिल जाएगी और उस समय हॉकी खेलने से ज्यादा नौकरी मिलती थी. जिस परिवार से मैं था तो उसके लिए एक सरकारी नौकरी ही काफी बड़ी चीज है.
ललित उपाध्याय ने कहा,
लेकिन धीरे-धीरे ये कब जुनून में बदला तो पता ही नहीं लगा. जब पहली बार भारत के लिए खेला तो लगा कि खुद का सपना पूरा कर लिया है.लेकिन जब आप ओलिंपियन बनते हैं और अगर मेडल जीतते हैं तो वो चीज आपके लिए नहीं बल्कि देश के लिए होती है. तब जाकर आप देश के लिए कुछ करते हैं.
भारत ने स्पेन को हराकर जीता कांस्य पदक
भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलिंपिक 2024 के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी लेकिन जर्मनी से हार के चलते टीम को कांस्य पदक मैच खेलना पड़ा. कांस्य पदक के मुकाबले में भारत ने स्पेन को 2-1 से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. इसके साथ ही भारतीय हॉकी की दीवार कहे जाने वाले गोलकीपर पीआर. श्रीजेश ने भी संन्यास ले लिया.
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