भारतीय हॉकी टीम मंगलवार को जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला खेलने मैदान पर उतरेगी. भारत की नजर पेरिस में गोल्ड के इंतजार को खत्म करने पर है. भारत ने जर्मनी को हराकर ही टोक्यो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडलिस्ट जीता था, मगर अब दोनों सेमीफाइनल में आमने सामने है. इस अहम मैच से पहले भारतीय हॉकी टीम को पाकिस्तानी दिग्गज ने जीत का फार्मूला दिया. भारतीय हॉकी टीम के प्रदर्शन से प्रभावित पाकिस्तान के महान सेंटर फॉरवर्ड हसन सरदार ने हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली टीम को एक ही सलाह दी है. उन्होंने कहा-
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विजेता की तरह खेलो और आपको गोल्ड जीतने से कोई नहीं रोक सकता.
लॉस एंजिलिस ओलिंपिक 1984 में गोल्ड मेडल जीतने वाली पाकिस्तानी टीम के अहम सदस्य रहे हसन सरदार ने कराची से भाषा को दिये इंटरव्यू में कहा-
जब हॉकी या क्रिकेट में पाकिस्तान नहीं खेल रहा होता है तो मैं हमेशा भारत का समर्थन करता हूं. ये भारत की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से है, जिसमें काफी सुधार आया है और जो यूरोपीय टीमों को कड़ी टक्कर दे रही है. इस टीम के पास 1980 के बाद ओलिंपिक हॉकी में पहला गोल्ड जीतने का सुनहरा मौका है और मुझे लगता है कि वे जीतेंगे. आस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके प्रदर्शन से मैं काफी प्रभावित हुआ. भारतीय टीम अच्छी है और उन्हें दिमाग में यह बिठाकर खेलना है कि हम जीत सकते हैं. इस स्तर पर मानसिक तैयारी का ही फर्क होता है.
जर्मनी को कैसे हरा सकती है भारतीय टीम
66 साल के दिग्गज खिलाड़ी ने जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल के लिए भारतीय हॉकी टीम को सलाह दी है कि वो जवाबी हमले या वापसी का मौका कतई नहीं दें. उन्होंने कहा-
जर्मन टीम काफी कठिन प्रतिद्वंद्वी है. वे जबरदस्त वापसी करते हैं और शारीरिक रूप से बहुत मजबूत हैं. आप उन्हें शॉर्ट पास से ही हरा सकते हैं. पहला गोल करना जरूरी है और उन्हें वापसी से रोकना भी. भारतीय डिफेंस काफी मजबूत है और मुझे यकीन है कि वह ऐसा कर सकेगा.
सरदार का कहना है कि जर्मनी का पेनल्टी कॉर्नर भी भारत की तरह मजबूत नहीं है. भारत के पास हरमनप्रीत जैसा पेनल्टी कॉर्नर स्पेशलिस्ट हैं जो सात गोल कर चुके हैं . उन्हें पीसी पर ज्यादा से ज्यादा गोल करने होंगे. दिग्गज खिलाड़ी ने अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे गोलकीपर पीआर श्रीजेश को भी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वो ऐसे ही खेलते रहें. ये उनका आखिरी टूर्नामेंट है और उन्हें इसे गोल्ड के साथ यादगार बना दो. उनका मानना है कि ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम बाहर है तो भारत के पास गोल्ड जीतने का इससे अच्छा मौका नहीं हो सकता.
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