विनेश फोगाट को ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट जैसा सम्मान और सुविधा मिलेगी. उन्हें ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ी के बराबर ही इनाम भी मिलेगा. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी ने गुरुवार को बड़ा ऐलान किया है. सीएम नायाब सिंह ने विनेश के कुश्ती से रिटायरमेंट की घोषणा करने के कुछ मिनट बाद ही बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि पूरे देश को विनेश पर गर्व है. वो सभी के लिए एक चैंपियन हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके कहा-
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हरियाणा की हमारी बहादुर बेटी विनेश फोगाट ने जबरदस्त प्रदर्शन करके ओलिंपिक फाइनल में प्रवेश किया था. किसी कारणों से वो भले ही ओलिंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई हो, लेकिन हम सबके लिए वो एक चैंपियन हैं. हमारी सरकार ने ये फैसला किया है कि विनेश फोगाट का स्वागत और अभिनंदन एक मेडलिस्ट की तरह ही किया जाएगा. हरियाणा सरकार ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट को जो सम्मान, इनाम और सुविधाएं देती है, वे सभी विनेश फोगाट को भी दी जाएंगी.
वजन ज्यादा होने के कारण डिस्क्वालीफाई
विनेश ने गोल्ड मेडल मैच से पहले पेरिस ओलिंपिक से डिस्क्वालीफाई होने के बाद गुरुवार को कुश्ती को अलविदा कह दिया. बीते दिन विनेश को अमेरिका की पहलवान सारा के खिलाफ गोल्ड मेडल मैच खेलना था, मगर मैच की सुबह उनका वजन 50 किग्रा की सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला. जिस वजह से विनेश को अयोग्य घोषित कर दिया गया.
उनका भारत के लिए कुश्ती में पहला ओलिंपिक गोल्ड जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया. इस झटके से पूरा देश सदमे में हैं. विनेश भी निराश हैं. वो दर्द में हैं और इसी दर्द में उन्होंने कुश्ती छोड़ने की घोषणा कर दी. उनका कहना है कि उनसे कुश्ती जीत गई और उनमें अब ज्यादा हिम्मत नहीं बची.
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