एशियन गेम्स (Asian Games 2023) का आगाज चीन के हांगझोउ में होना है. जहां पर 39 स्पर्धाओं में भाग लेने के लिए भारत का 655 खिलाड़ियों का दल रवाना हो चुका है. जिसके लिए भारतीय टीम का नारा है कि इस बार 100 के पार, यानि की भारतीय टीम 100 से अधिक मेडल की उम्मीदें एशियन गेम्स में पाना चाहती है. लेकिन इन 655 एथलीटों के दल के अलावा कुछ ऐसे ओलिंपिक मेडलिस्ट सहित तमाम स्टार खिलाड़ी भी हैं, जो एशियन गेम्स से बाहर हो चुके हैं. इस लिस्ट में विनेश फोगाट, रवि दहिया, अमति पंघाल से लेकर हिमा दास जैसे स्टार एथलीट खिलाड़ी शामिल हैं. जिससे भारत को बड़ा झटका भी लगा है.
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विनेश फोगाट
एशियन गेम्स में जाने के लिए ट्रायल्स के दौरान जब विनेश फोगाट को बाई दिया गया था. उस समय ये मुद्दा काफी चर्चा का विषय बना था. लेकिन बाद में विनेश ने ऐलान किया कि वह चोटिल हैं. जिससे उन्हें सर्जरी करानी होगी और वह एशियन गेम्स का हिस्सा नहीं बन सकेंगी. इस तरह विनेश की जगह अब अंतिम पंघाल को एशियन गेम्स में मौका दिया गया है.
सौरभ चौधरी
पिछले एशियन गेम्स 2018 में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के स्टार निशानेबाज सौरभ चौधरी ने अपना काफी नाम बनाया. लेकिन टोक्यो ओलिंपिक में मेडल नहीं जीत पाने से इस निशानेबाज को बड़ा झटका लगा. टोक्यो ओलिंपिक 2020 के बाद से सौरभ ने 2022 काइरो वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीता लेकिन एशियन गेम्स के लिए होने वाले छह ट्रायल्स मिलाकर उनका औसत स्कोर कम रहा. जिससे वह एशियन गेम्स 2023 के लिए नहीं जा सके.
हिमा दास
देश में उड़न पारी के नाम से फेमस एथलीट हिमा दास ने पिछले 2018 एशियन गेम्स में 4 गुना 400 मीटर महिला टीम इवेंट और फिर 400 मीटर की व्यक्तिगत स्पर्धा में दो गोल्ड मेडल अपने नाम किए थे. लेकिन चोटिल होने की वह से वह भी एशियन गेम्स 2023 के लिए भारतीय एथलीट टीम का हिस्सा नहीं सकी.
रवि कुमार दहिया
टोक्यो ओलिंपिक 2020 में सिल्वर मेडल जीतने वाले भारतीय पहलवान रवि दहिया के रूप में भी भारत को बड़ा झटका लगा. रवि दहिया को एशियन गेम्स से पहले महारष्ट्र के पहलवान ने आतिश तोडकर ने 8-20 से हराकर बड़ा उलटफेर कर डाला. ससे रवि दहिया एशियन गेम्स 2023 का टिकट नहीं हासिल कर सके.
रानी रामपाल
टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल को भी बड़ा झटका लगा. रानी रामपाल की कप्तानी वाली भारतीय महिला हॉकी टीम ओलिंपिक में मेडल हासिल करने से एक कदम पीछे रह गई थी. जिसके बाद रानी को टीम से बाहर कर दिया गया और वह इस सवाल का जवाब अभी तक नहीं जान सकी हैं. यही कारण हैं कि एशियन गेम्स में अब रानी रामपाल जैसी स्टार खिलाड़ी नजर नहीं आएगी.
अमित पंघाल
साल 2018 एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले बॉक्सर अमित पंघाल टोक्यो ओलिंपिक में कुछ हासिल नहीं कर सके. जिसके बाद वह भारतीय बॉक्सिंग टीम से बाहर हो गए और उन्हें 51 किलोग्राम कैटेगरी में दीपक भोरिया ने रिप्लेस किया.
दुती चंद
साल 2018 एशियन गेम्स में दो सिल्वर मेडल अपने नाम करने वाली महिला रनर दुती चंद भी एशियन गेम्स से बाहर हैं. डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के चलते दुती पर चार साल का बैन लगा है. जिससे वह सभी प्रकार के टूर्नामेंट से बाहर हैं.
जेरेमी लालरिनुंगा
कॉमनवेल्थ गेम्स साल 2022 में दो गोल्ड, दो सिल्वर और चार कांस्य पदक जीतने वाले भारत के युवा वेटलिफ्टर जेरेमी लालरिनुंगा को भी फेडरेशन ने टीम से बाहर कर दिया था. जिसके चलते कोई भी मेंस वेटलिफ्टर एशियन गेम्स के लिए नहीं गया है. भारत से सिर्फ मीरा बाई चानू और बिंदियारानी देवी ही भारत के लिए वेटलिफ्टिंग में मेडल लाने का प्रयास करती नजर आएंगी.
फवाद मिर्जा
साल 2018 एशियन गेम्स में भारत को घुड़सवारी में दोसिल्वर मेडल दिलाने वाले फवाद मिर्जा ने फेडरेशन में इन खेलों के लिए डायरेक्ट एंट्री की मांग रखी थी. क्योंकि वह एशियन गेम्स के लिए मिनिमम योग्यता हासिल नहीं कर सके थे. जिससे फेडरेशन ने उनकी डायरेक्ट एंट्री वाली रिक्वेस्ट को रद्द कर दिया और फवाद एशियन गेम्स 2023 से बाहर हो गए.
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