भारतीय ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी ने जॉर्जिया के बटुमी में चल रहे FIDE महिला शतरंज विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है. वह सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बन गई है. भारतीय ग्रैंडमास्टर ने चीन की आईएम सोंग युक्सिन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल की दूसरी बाजी ड्रॉ होने के बाद अंतिम चार में अपनी जगह पक्की कर ली. खेल पर अपना शानदार कंट्रोल रखते हुए हम्पीने कुछ छोटी-मोटी गलतियों के बावजूद मैच में अपनी पकड़ बनाए रखी और युक्सिन ने ड्रॉ का ऑफर रख, जिसके परिणामस्वरूप हम्पी ऐतिहासिक सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रही.
ADVERTISEMENT
नीतीश कुमार रेड्डी इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से बाहर, अर्शदीप सिंह को लेकर भी आई बुरी खबर
हम्पी ने शनिवार को दो बाजियों की सीरीज का पहला गेम जीतकर क्वार्टर फाइनल में बढ़त बनाने के बाद ड्रॉ खेला. एक अन्य क्वार्टर फाइनल में हरिका द्रोणावल्ली और उभरती हुई स्टार दिव्या देशमुख के बीच कड़ा मुकाबला हुआ. दिव्या ने सफेद मोहरों से खेलते हुए स्लाव डिफेंस मॉडर्न लाइन का विकल्प चुना, लेकिन अनुभवी हरिका ने उन्हें पूरे समय रोके रखा.मुकाबला 60 चालों तक चला.विजेता का फैसला सोमवार को होने की उम्मीद है
आर वैशाली टूर्नामेंट से बाहर
हालांकि टूर्नामेंट में शामिल एक अन्य भारतीय खिलाड़ी आर वैशाली चीन की तीसरी वरीयता प्राप्त तान झोंगयी से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं. चीन की शीर्ष वरीयता प्राप्त लेई टिंगजी सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी रहीं, उन्होंने स्थानीय प्रबल दावेदार नाना द्ज़ाग्निद्ज़े को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. टिंगजी अब सेमीफाइनल में भारत की हम्पी से भिड़ेंगी, जबकि तान झोंगयी को हरिका और दिव्या के बीच क्वार्टर फाइनल के परिणाम का इंतजार है. विश्व कप में दांव पर लगे प्रतिष्ठित खिताब के अलावा यह टूर्नामेंट शीर्ष तीन खिलाड़ियों के लिए FIDE उम्मीदवारों को सीधे स्थान का भी मौका देता है.
हरिका-दिव्या मुकाबले में कम से कम एक भारतीय के सेमीफाइनल में जगह पक्की होने के साथ भारत का विश्व चैम्पियनशिप सायकिल के अगले चरण में प्रतिनिधित्व सुनिश्चित है.
'मैंने संन्यास इसलिए लिया, क्योंकि वाशिंगटन सुंदर...', हरभजन सिंह के जलने वाले सवाल पर आर अश्विन का जवाब
ADVERTISEMENT