दीपक चाहर आईपीएल 2025 में मुंबई इंडियंस की जर्सी में नजर आएंगे. मेगा ऑक्शन में मुंबई ने उन्हें 9.25 करोड़ रुपये में खरीदा. चाहर को फिर से अपने साथ जोड़ने के लिए चेन्नई सुपर किंग्स ने भी बोली लगाई थी. चेन्नई ने काफी कोशिश भी की थी, मगर वो मुंबई से बोली का जंग हार गई. जिसे लेकर चाहर ने अब बड़ा खुलासा किया है. चाहर ने बताया कि चेन्नई मुंबई से बोली की जंग क्यों हार गई.
चाहर साल 2018 में एमएस धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स से जुड़े थे. वो टीम के बॉलिंग अटैक का अहम हिस्सा थे. उन्होंने चेन्नई की तीन खिताबी जीत 2018, 2021 और 2023 में बड़ा योगदान दिया था. स्पोर्ट्स तक से खास बातचीत में चाहर ने चेन्नई सुपर किंग्स के साथ बिताए समय पर खुलकर बात की. चाहर ने बताया कि मेगा ऑक्शन में जब उनका नाम आया, उस वक्त चेन्नई के पर्स में ज्यादा पैसे नहीं बचे थे. उन्होंने कहा-
माही भाई ने शुरू से ही मेरा साथ दिया है, इसलिए मैं यहां आना चाहता था, लेकिन मेरा नाम ऑक्शन के दूसरे दिन आया. इसलिए मुझे लगा कि मेरे लिए CSK में वापस आना मुश्किल होगा. उनके पास पर्स में कम पैसे थे, लेकिन फिर भी उन्होंने 13 करोड़ रुपये के पर्स के बावजूद 9 करोड़ रुपये तक बोली लगाई. मैंने मन बना लिया था कि ये मुश्किल होगा.
चाहर का नाम ऑक्शन के दूसरे दिन आयान था, मगर तब तक चेन्नई ने अपना अपना अधिकांश पर्स खर्च कर दिया था और उसके पास सिर्फ 13 करोड़ रुपये बचे थे. भारतीय तेज गेंदबाज ने माना कि उन्हें पता था कि येलो आर्मी के लिए उन्हें फिर से साइन करना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा-
मैंने मन बना लिया था कि ये मुश्किल होगा. पिछले साल मेरा नाम पहले आया था, इसलिए CSK में वापस आना आसान था.
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