Who is Himanshu Sangwan: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर टिकट चेकर का किया काम, ऋषभ पंत के साथ खेला, अब विराट कोहली के स्टंप को 4 कलाबाजियां खिलाकर मनाया ऐसा जश्न

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हिमांशु सांगवान ने विराट कोहली को क्‍लीन बोल्‍ड किया

Highlights:

हिमांशु सांगवान ऋषभ पंत के साथ दिल्‍ली के लिए खेल चुके हैं.

अब सांगवान ने अपनी गेंदबाजी से दिल्‍ली को परेशान किया.

सांगवान ने विराट कोहली को छह रन पर क्‍लीन बोल्‍ड किया.

विराट कोहली की 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी को फीकी करने वाले हिमांशु सांगवान ऋषभ पंत के साथ भी खेल चुके हैं, मगर दिल्‍ली में आगे मौका ना मिलने के बाद उन्‍होंने हरियाणा में कोशिश की. उनके करियर का ग्राफ जब नीचे की तरफ गिर रहा था तो उस वक्‍त उनकी रेलवे में नौकरी लग गई, जिसके बाद उन्‍हें अपने करियर में एक और मौका मिला और अब रेलवे के लिए खेलते हुए उन्‍हें दिल्‍ली के धुरंधर बल्‍लेबाज कोहली को बोल्‍ड करके अपने करियर का सबसे बड़ा विकेट ले लिया. सांगवान ने कोहली को ज्‍यादा देर तक क्रीज पर टिकने नहीं दिया और उन्‍हें क्‍लीन बोल्‍ड कर दिया.

गेंद कोहली के पैड और बैट के बीच से निकलकर स्‍टंप से इतनी तेज टकराई कि स्‍टंप उखड़कर चार बार घूमते हुए दूर गिरा. पूरा स्‍टेडियम ये नजारा देखते रह गया. कोहली को छह रन पर पवेलियन भेजने का जश्‍न सांगवान ने काफी आक्रामक अंदाज में मनाया. दाएं हाथ के तेज गेंदबाज रेलवे के लिए लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं.  

क्रिकेट के लिए छोड़ा घर

सांगवान कभी दिल्‍ली के लिए खेले थे, मगर आज उन्‍होंने दिल्‍ली को अपनी गेंदबाजी से परेशान कर दिया. 2014-15 सीजन में ऋषभ पंत के साथ अंडर-19 लेवल पर दिल्ली के लिए खेले थे, मगर इसके बाद वह दिल्‍ली क्रिकेट में अपने सफर को आगे नहीं बढ़ा पाए. इसके अगले साल उन्होंने हरियाणा में अपनी किस्मत आजमाई, मगर सफल नहीं हो सके. वह समय उनके लिए काफी मुश्किल रहा था.राजस्थान के झुंझुनू जिले में पले-बढ़े सांगवान ने तेज गेंदबाज बनने के अपने जुनून को पूरा करने के लिए घर तक छोड़ दिया था. इस मुश्किल समय में उनका परिवार उनकी ताकत बना. उनके पिता सुरेंद्र सिंह सांगवान एक बैंक मैनेजर हैं और मां भगवान रति टीचर हैं. 

रेलवे में नौकरी के बाद पटरी पर आया करियर

करीब दो साल मुश्किल में बिताने के बाद सांगवान को उनके एक दोस्‍त ने रेलवने में नौकरी की जानकारी दी.जिसके बाद उन्‍होंने जॉब के लिए आवेदन किया और छह महीने बाद उन्‍हें नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन पर टिकट चेकर की नौकरी मिल गई. इस नौकरी ने उनके क्रिकेट करियर को भी फिर से पटरी पर ला दिया. 2018 में सांगवान ने सीके नायडू ट्रॉफी में रेलवे के लिए अंडर-23 में डेब्‍यू किया और सात मैचों में 37 विकेट लेकर सीजन का समापन किया. इस शानदार प्रदर्शन के चलते उन्हें इसके अगले साल यानी 2019 में रणजी ट्रॉफी टीम में जगह मिली. 

रिश्‍तेदारों से मिलना तक बंद

रेलवे की नौकरी से सांगवान का खोया हुआ आत्‍मविश्‍वास भी लौटा. वह एक समय नजफगढ़ में एक कमरे के फ्लैट में किराए पर रहते थे और उस समय वह अपने रिश्तेदारों से मिलने तक नहीं जाते थे, क्योंकि रिश्‍तेदार उनसे अक्‍सर नौकरी और करियर को लेकर लगातार सवाल पूछते रहते थे, मगर रेलवे की नौकरी के बाद यह सब बदल गया. 29 साल के सांगवान ने उत्‍तर प्रदेश के खिलाफ फर्स्‍ट क्‍लास क्रिकेट में डेब्‍यू किया था. दिल्‍ली के खिलाफ मुकाबले से पहले उनके नाम 23 फर्स्‍ट क्‍लास मैचों में 77 विकेट है.

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