वेस्टइंडीज के पूर्व बल्लेबाज क्रिस गेल (Chris Gayle) ने उभरते सितारे यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) पर की गई टिप्पणी के लिए इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट की आलोचना की है. गेल ने साफ कहा कि सालों से आक्रामक क्रिकेट खेला जा रहा है. इंग्लैंड रांची में पांच मैचों की सीरीज के चौथे टेस्ट में भारत से भिड़ रहा है. राजकोट में जायसवाल के दोहरे शतक के बाद, डकेट ने कहा था कि भारत के सलामी बल्लेबाज ने टेस्ट सीरीज में जिस तरह से खेला है, उसके लिए बैजबॉल को श्रेय दिया जाना चाहिए. जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ लगातार दोहरे शतक लगाए, जिससे भारत को वाइजैग और राजकोट में जीत मिली.
ADVERTISEMENT
जायसवाल ने इंग्लैंड से नहीं सीखा
एएफपी से बात करते हुए गेल ने कहा कि आक्रामक क्रिकेट सालों से खेला जा रहा है. गेल ने अपने और अन्य वेस्ट इंडीज क्रिकेटरों के लिए मंच तैयार करने का श्रेय विव रिचर्ड्स और ब्रायन लारा को दिया. अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली के लिए मशहूर गेल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा छक्के (553) लगाए हैं.
गेल ने कहा कि “आक्रामक क्रिकेट सालों से खेला जाता रहा है. और ऐसा तब से हो रहा है जब मैंने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम भी नहीं रखा था. हमारे पास विव रिचर्ड्स जैसे खिलाड़ी थे, उन लोगों ने इसे हमारे लिए ये स्थापित किया. ब्रायन लारा भी सभी फॉर्मेट में आक्रामक क्रिकेट खेल चुके हैं. ऐसे में जब आप किसी क्रिकेटर को जांचते हैं तो आप ये भी देखते हैं कि उन्होंने अपने करियर के दौरान कितना आक्रामक क्रिकेट खेला है.
जायसवाल को अपनी गेम में बदलाव नहीं करना चाहिए
उन्होंने आगे कहा कि जायसवाल ने इंग्लैंड से आक्रामक क्रिकेट नहीं सीखा, उन्होंने जोर देकर कहा कि टीम प्रबंधन को उनके आक्रामक खेल पर अंकुश लगाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. आईपीएल 2023 में शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम में जगह बनाने वाले जायसवाल टेस्ट और टी20 टीम के लिए अहम सदस्य बन चुके हैं. गेल ने आगे कहा कि मुझे नहीं लगता कि उन्होंने इंग्लैंड से सीखा. जिस तरह से वो खेल रहे हैं इसका श्रेय उनके कोच ज्वाला सिंह को जाता है. जायसवाल को देख ऐसा लगता है कि वो पिछले 20 सालों से खेल रहे हैं.
गेल ने बताया कि उन्हें आगे भी ऐसा ही खेलना चाहिए और अपनी क्रिकेट में बदलाव नहीं करना चाहिए. वो अटैकिंग खिलाड़ी हैं और टी20 क्रिकेट भी इसी तरह खेलते हैं. उनके स्वभाव में ये चीज है. ऐसे में बोर्ड को उन्हें ऐसा ही खेलने देना चाहिए. बता दें कि जायसवाल पहले तीन टेस्ट मैचों में 545 रन ठोक चुके हैं और सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में सबसे आगे हैं.
ये भी पढ़ें: