IND vs ENG: टीम इंडिया के साथ अंपायर ने की बड़ी गड़बड़ी! जो रूट ने फायदा उठाकर ठोक दिया शतक

जो रूट को 16 रन के स्कोर पर अंपायर्स ने एलबीडब्ल्यू की अपील पर जीवनदान दिया था. इसका फायदा उठाकर इंग्लिश बल्लेबाज ने टेस्ट करियर का 31वां शतक ठोका.

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Shakti Shekhawat

जो रूट रांची टेस्ट में 16 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जो आउट नहीं दिए गए.

जो रूट रांची टेस्ट में 16 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जो आउट नहीं दिए गए.

Highlights:

जो रूट ने रांची टेस्ट के पहले दिन नाबाद 106 रन की पारी खेली.

जो रूट रांची टेस्ट से पहले भारत के खिलाफ सीरीज में रनों की कमी से जूझ रहे थे.

भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट के पहले दिन रोमांचक खेल देखने को मिला. इंग्लैंड ने पहले बैटिंग करते हुए सात विकेट पर 302 रन के साथ पहले दिन की समाप्ति की. जो रूट ने 31वां टेस्ट शतक लगाया और वे 106 रन बनाकर नाबाद हैं. लेकिन उनकी पारी का अंत काफी पहले हो जाता अगर अंपायर ने उनके खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील पर गंभीरता और फैसला लिया होता. उनके खिलाफ रवींद्र जडेजा की गेंद पर अपील हुई थी जिसे मैदानी अंपायर कुमार धर्मसेना ने ठुकरा दिया था. रिव्यू लेने के बाद थर्ड अंपायर ने भी इंग्लिश बल्लेबाज के पक्ष में ही फैसला दिया. बताया गया कि गेंद बल्ले से लगी थी लेकिन गौर से देखने पर ऐसा नहीं लग रहा था. रांची टेस्ट में रूट ने इस जीवनदान का फायदा लेकर इस सीरीज में रनों के सूखे को खत्म किया और भारत के खिलाफ टेस्ट करियर क 10वां शतक लगाया.

 

जो रूट के खिलाफ इंग्लैंड की पारी के 23वें ओवर की तीसरी गेंद पर अपील हुई थी. धर्मसेना के नॉट आउट कहने के बाद रोहित शर्मा ने डीआरएस लिया. रिव्यू में सामने आया कि बल्ला पैड के काफी पास में था. पहली नज़र में लग रहा था कि गेंद बल्ले का किनारा लेने के बाद पैड से लगी. लेकिन साइड एंगल से देखने पर अलग नजरिया सामने आई. बल्ले और गेंद के बीच अंतर था. गेंद पैड के घुटने वाले हिस्से पर बनी स्ट्रिप से टकराती हुई दिख रही थी. इसी दौरान बल्ले का निचला हिस्सा पैड्स पर लग रहा था. यानी स्पष्ट नहीं था कि गेंद बल्ले से लगने के बाद पैड पर लगी. लेकिन थर्ड अंपायर जोएल विल्सन ने बारीकी से जांच करने के बजाए फौरन फैसला रूट के पक्ष में दे दिया.

 

 

 

रूट ने जीवनदान से इंग्लैंड को किया निहाल

 

रूट तब 16 रन बनाकर खेल रहे थे और इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 110 रन था. जडेजा ने इस ओवर के बाद लंच से ठीक पहले बेन स्टोक्स को एलबीडब्ल्यू कर इंग्लैंड को पांचवां झटका दिया था. अगर थर्ड अंपायर ने रूट के खिलाफ अपील को बारीकी से जांचा होता तो फैसला भारत के पक्ष में जा सकता था. ऐसे में इंग्लिश टीम के छह विकेट गिर जाते. ऐसे में पूरी संभावना होती कि वह मामूली स्कोर पर निपट जाती. लेकिन रूट ने बेन फोक्स (46) के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 113 रन जोड़े और इंग्लैंड की वापसी कराई. इन दोनों के चलते मेहमान टीम ने लंच से टी के बीच कोई विकेट नहीं गंवाया.

 

जो रूट ने बाद में 219 गेंद में शतक पूरा किया. वे दिन के आखिर तक नौ चौकों की मदद से 106 रन बनाकर नाबाद रहे. उन्होंने इंग्लैंड को 300 के पार करा दिया जो एक अच्छा स्कोर है. इस मुकाबले से पहले वर्तमान टेस्ट सीरीज में रूट के रन नहीं आ रहे थे. 

 

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