भारत और न्यूजीलैंड के बीच जब मुकाबले की शुरुआत हुई थी, तभी से ये बात चल रही थी कि जो टीम ये मुकाबला जीतेगी वो इस वर्ल्ड कप की सबसे मजबूत टीम होगी. कारण था कि, दोनों ही टीमों को इससे पहले अपने चारों मुकाबलों में हार नहीं मिली थी. लेकिन भारत ने पांच में से पांच मुकाबलों में जीत दर्ज कर ये साबित कर दिया कि इस बार का खिताब टीम इंडिया ही जीतेगी. भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से तो हराया लेकिन मोहम्मद शमी और विराट कोहली का योगदान सबसे ज्यादा रहा. इस जीत के साथ अब टीम इंडिया पाइंट्स टेबल में नंबर 1 टीम बन गई है. यानी की भारत को अब तक इस टूर्नामेंट में कोई भी टीम मात नहीं दे पाई है. टीम के 5 मैचों में कुल 10 पाइंट्स हो चुके हैं.
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भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुआ मुकाबला कई मायनों में सालों तक याद रखा जाएगा. कोहरे के चलते जहां मैच को रोकना पड़ा वहीं 4 मैचों के बाद मोहम्मद शमी को पहली बार मौका मिला और ये गेंदबाज छा गया. ऐसे में 7 पाइंट्स में चलिए जानते हैं कि भारत- न्यूजीलैंड मुकाबले में पहली बार क्या क्या हुआ और क्यों इस मुकाबले को सालों तक याद रखा जाएगा.
जडेजा ने पहली बार की बैटिंग
शुरुआत के 4 मुकाबलों में भारत की बल्लेबाजी यूनिट इतना तगड़ा प्रदर्शन कर रही थी कि टीम इंडिया के निचले क्रम के खिलाड़ियों की बल्लेबाजी ही नहीं आ रही थी. इसमें सबसे बड़ा नाम रवींद्र जडेजा थे. रवींद्र जडेजा की 4 मैचों में एक बार भी बल्लेबाजी नहीं आई थी. लेकिन साल 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में टीम को जीत की राह दिखाने वाला बल्लेबाज इस बार क्रीज पर उतरा और टीम को जीत दिला दी. रवींद्र जडेजा ने विराट कोहली के साथ शानदार साझेदारी की और 44 गेंद पर 39 रन ठोके. अपनी पारी में इस बल्लेबाज ने 3 चौके और 1 छक्का लगाया और टीम को जीत दिला दी.
सूर्यकुमार यादव का वर्ल्ड कप डेब्यू
टीम इंडिया के लिए टी20 फॉर्मेट में खेलते हुए तहलका मचाने वाले सूर्यकुमार यादव का ODI वर्ल्ड कप में डेब्यू हुआ. उन्हें चोटिल हार्दिक पांड्या की जगह प्लेइंग-11 में मौका दिया गया था. लेकिन सूर्य अपनी चमक बिखेरने में कामयाब नहीं हो पाए. मैच में विराट की गलती की वजह से सूर्यकुमार यादव को रनआउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा. कोहली कॉल करने के बाद रन लेने से मुकर गए, जिसका खामियाजा सूर्या को भुगतना पड़ा. सूर्या सिर्फ 2 रन बनाकर चलते बने. सूर्य को शुरुआती 4 मुकाबलों में टीम में शामिल नहीं किया गया था.
भारत ने पहली बार 42 ओवर से ज्यादा बैटिंग की
भारत ने पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से जीता था और टीम इंडिया ने 41.2 ओवरों में ही मैच खत्म कर दिया था. अफगानिस्तान के खिलाफ भी भारत ने 35 ओवरों के भीतर ही लक्ष्य का पीछा कर लिया था. जबकि पाकिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया ने 30.3 ओवरों में लक्ष्य का पीछा कर 7 विकेट से जीत हासिल कर ली थी. और फिर बांग्लादेश के खिलाफ टीम इंडिया ने 41.3 ओवरों में जीत हासिल कर ली थी. लेकिन पहली बार टीम इंडिया को 42 ओवरों से ज्यादा खेलना पड़ा. भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच जीतने में 48 ओवर लगे.
केएल राहुल पहली बार आउट हुए
केएल राहुल इस वर्ल्ड कप में बेहद धांसू फॉर्म में नजर आ रहे हैं. चोट से वापसी के बाद राहुल के सामने किसी भी गेंदबाज की नहीं चल पा रही है. राहुल ने पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 97 रन की पारी खेली थी और टीम इंडिया को जीत दिला दी थी. इसके बाद अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले में राहुल की बल्लेबाजी नहीं आ पाई थी. लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ राहुल ने कमाल का खेल दिखाया और 19 रन बनाकर नाबाद रहे. राहुल ने बांग्लादेश के खिलाफ भी अपना शानदार खेल जारी रखा. राहुल ने बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 34 रन जड़ विराट का शतक पूरा करवाया. ऐसे में राहुल को शुरुआती 4 मुकाबलों में कोई आउट नहीं कर पाया था. लेकिन पहली बार केएल राहुल न्यूजीलैंड के खिलाफ सैंटनर के हाथों 27 रन बनाकर आउट हो गए.
40 से ज्यादा रन खाए और जडेजा को नहीं मिला एक भी विकेट
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रवींद्र जडेजा ने 10 ओवरों में 28 रन दिए थे और 3 विकेट हासिल किए थे.अफगानिस्तान के खिलाफ जडेजा ने 8 ओवरों में 38 रन दिए थे और कोई विकेट नहीं मिला था. पाकिस्तान के खिलाफ जडेजा ने 9.5 ओवरों में 38 रन खाए थे और 2 विकेट मिले थे. बांग्लादेश के खिलाफ जडेजा ने 38 रन खाए थे और 2 विकेट लिए थे. लेकिन पहली बार न्यूजीलैंड के खिलाफ जडेजा को एक भी विकेट नहीं मिला और उन्हें 48 रन पड़े.
भारत ने पहली बार इतने कैच टपकाए
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की फील्डिंग बेहद खराब रही. 11वें ओवर में टीम इंडिया के बेस्ट फील्डर रवींद्र जडेजा ने कैच छोड़ा. इस दौरान उन्होंने रचिन रवींद्र का कैच छोड़ा जो 12 रन बनाकर खेल रहे थे. जडेजा इस तरह के कैच आसानी से ले लेते हैं. लेकिन इस बार वो इससे चूक गए. इसका नतीजा ये हुआ कि ये बल्लेबाज 87 गेंद पर 75 रन ठोकने में कामयाब रहा. इसके बाद केएल राहुल ने रवींद्र जडेजा के फाइनल ओवर में एक और कैच छोड़ दिया. और फिर तीन ओवर बाद जसप्रीत बुमराह ने बाउंड्री लाइन पर कैच छोड़ा. डेरिल मिचेल 69 रन पर क्रीज पर जमे हुए थे और कुलदीप की गेंद पर लॉन्ग ऑफ पर बुमराह ने कैच टपका दिया. इन सबमें सबसे महंगा कैच मिचेल का छोड़ा.
बुमराह को पहली बार एक विकेट मिला
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जसप्रीत बुमराह को 2 विकेट मिले थे. वहीं अफगानिस्तान के खिलाफ बुमराह ने 4 विकेट लेकर कमाल कर दिया था. इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ बुमराह ने 4 विकेट हासिल किए. और फिर बांग्लादेश के खिलाफ भी बुमराह ने 2 विकेट लिए. लेकिन पहली बार टूर्नामेंट में बुमराह को न्यूजीलैंड के खिलाफ एक भी विकेट नहीं मिला.
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