Vaughan On Babar Azam: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने पाकिस्तान के स्टार बल्लेबाज और कप्तान बाबर आजम पर बड़ा हमला बोला है. वॉन एक बड़ी बहस छेड़ दी है कि क्या वर्मतान में बाबर जिस तरह से खेल रहे हैं उससे उन्हें क्या इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत या वेस्टइंडीज की टी20 टीमों में जगह मिलेगी. वॉन ने यह भी कहा कि क्या बाबर आजम और उनके सलामी जोड़ीदार मोहम्मद रिजवान के पास दुनिया की टॉप टी20 टीमों में जगह बनाने का काबिलियत है. वॉन का यह बयान पाकिस्तान के टी20 विश्व कप से बाहर होने के बाद आया है. जबकि अमेरिका और भारत ग्रुप ए से अगले दौर में पहुंच गए हैं.
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पाकिस्तान के पास आत्मविश्वास की कमी: वॉन
वॉन ने क्रिकबज शो पर कहा, "वे मौसम को दोष नहीं दे सकते. उन्हें अमेरिका और भारत को हराना चाहिए था. अगर वे ऐसा करते तो वे सुपर 8 में पहुंच जाते. मैं इस समय पाकिस्तान को एक बेहतरीन व्हाइट-बॉल टीम के रूप में नहीं देखता. यहां तक कि जब वे पिछले टी20 विश्व कप में फाइनल में गए थे, तब भी मुझे नहीं लगा था कि वे एक बेहतरीन टीम हैं. उन्होंने वही किया जो पाकिस्तान करता है. मैंने पहले भी कहा है कि उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ वह मैच जीतना चाहिए था."
बाबर आजम को टॉप टीमों में जगह नहीं मिलेगी
बता दें कि बाबर आजम को क्रिकेट में प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में से एक माना जाता है. उनके शानदार स्ट्रोकप्ले और लगातार रन बनाने की क्षमता को नकारा नहीं जा सकता. हालांकि, पूर्व कप्तान के बयान से पता चलता है कि आजम भले ही विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया या भारत की टी20 बैटिंग लाइनअप में नहीं चुना जा सकता.मुझे नहीं लगता कि उनके पास टी20 क्रिकेट में वह टैलेंट है जो मैंने अतीत में पाकिस्तान क्रिकेट से देखा है.
वॉन ने आगे कहा कि मुझे ईमानदारी से नहीं लगता कि टीम के पास कई बेहतरीन टी20 खिलाड़ी हैं. बाबर आजम असाधारण हैं, लेकिन क्या वह इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत या वेस्टइंडीज की टी20 टीमों में जगह बना पाएंगे? शायद नहीं.''
बता दें कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 में बाबर ने तीन मैचों में 104.65 की स्ट्राइक रेट से 91 रन बनाए, जबकि रिजवान ने 88.57 की औसत से 93 रन बनाए. वॉन ने कहा कि, "मानसिक रूप से, उन्हें नहीं पता कि भारत को कैसे हराया जाए. यह सच है. वो लक्ष्य का पीछा कर सकते थे. उन्हें उस खेल में निश्चित रूप से आगे बढ़ना चाहिए था. भारत जानता है कि उसे कैसे जीतना है और उनके पास जीत की रेखा को पार करने की मानसिकता है. लेकिन पाकिस्तान के पास वो आत्मविश्वास है ही नहीं.
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