रोहित शर्मा मेलबर्न टेस्ट की हार से बुरी तरह से टूट गए हैं. उनका कहना है कि हार से उन्हें बहुत दर्द हुआ है. मेलबर्न की हार बहुत परेशान करने वाली है. नतीजे उनके पक्ष में नहीं रहे. ऑस्ट्रेलिया के हाथों 184 रन से मेलबर्न टेस्ट गंवाने के बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया पिछड़ गई है. पांच मैचों की सीरीज में टीम 1- 2 से पीछे हो गई. इस सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट सिडनी में खेला जाएगा, जो भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए हर हाल में जीतना जरूरी है. हर कोई सिडनी टेस्ट की अहमियत को जानता है.
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रोहित भी इससे वाकिफ हैं और वो इससे भी वाकिफ है कि वो इस समय खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं. उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे है. जिसका नुकसान टीम को उठाना पड़ा. ऐसे में सिडनी टेस्ट को लेकर भारतीय कप्तान बड़ा फैसला लेने वाले है. मेलबर्न टेस्ट में हार के बाद उन्होंने साफ कर दिया है कि उन्हें कुछ चीजों पर गौर करने की जरूरत है. उन्होंने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा-
देखे, जब आप हारते हैं तो बैटिंग परफॉर्मेंस से भी ज्यादा दुख होता है. जब नतीजे नहीं आते तो मुझे दुख होता है. क्यों नहीं आते, जब आप मौका रहते हुए खेल नहीं बदलते, चाहे वो गेंदबाज हो या बल्लेबाज.
हमारे पास तीन मैच थे, पर्थ में हम जीते, लेकिन चूंकि हमने जीतने के लिए ज़्यादातर मौकों का फायदा नहीं उठाया. आज भी हमारे पास मौका था, हमने कोशिश की, लेकिन युवा खिलाड़ी सीखेंगे.
भारतीय कप्तान ने आगे कहा-
मैं आज जहां खड़ा हूं, वहीं खड़ा हूं. कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर कुछ नतीजे हमारे पक्ष में नहीं रहे. यह निराशाजनक है. मानसिक रूप से यह परेशान करने वाला है, लेकिन अब यह स्थिति है कि एक टीम के तौर पर हमें और मुझे कुछ चीजों पर गौर करने की जरूरत है.
रोहित ने साफ कर दिया है कि बतौर टीम कुछ और चीजों पर भी गौर करने की जरूरत है और आने वाले दिनों में उन चीजों में बदलाव भी नजर आ सकता है. मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 340 रन का टारगेट दिया था, जिसके जवाब में रोहित की टीम 155 रन पर ऑलआउट हो गई. मेलबर्न टेस्ट की दोनों पारियों में रोहित ने 3 और 9 रन बनाए. उससे पहले गाबा टेस्ट में 10 रन और एडिलेड में 3 और 6 रन बनाए थे.
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