IND vs ENG: इंग्लैंड से भारत के साथ टेस्ट सीरीज से पहले पटौदी ट्रॉफी को क्यों किया जा रहा रिटायर?

भारतीय टीम जब इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेलती है तो विजेता को पटौदी ट्रॉफी दी जाती थी. 2007 से यह सिलसिला शुरू हुआ था. अब इसकी जगह नई ट्रॉफी शुरू की जा रही है.

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Team India Players in Test Cricket

20 जून से भारत का इंग्लैंड दौरा.

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भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज 20 जून से शुरू होगी.

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट की सीरीज खेली जानी है.

भारत और इंग्लैंड क्रिकेट टीमें जब 20 जून से लीड्स के मैदान में टेस्ट सीरीज का आगाज करेंगी तब वे तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के भिड़ेंगी. इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने इस सीरीज को रिटायर कर नई ट्रॉफी शुरू करने का फैसला किया है. बताया जाता है कि 11 जून से शुरू हो रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के दौरान तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी से पर्दा उठेगा. अभी तक भारतीय टीम जब इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेलती थी तो जीतने वाले को पटौदी ट्रॉफी दी जाती थी. 2007 से यह सिलसिला शुरू हुआ था. फिर इंग्लैंड ने 18 साल बाद ही ट्रॉफी को रिटायर करने फैसला क्यों किया.

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इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने पटौदी ट्रॉफी को रिटायर करने और तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के आगाज को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है. इंग्लिश बोर्ड से इस बारे में पूछा गया है लेकिन कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. लेकिन समझा जाता है कि वह तेंदुलकर और एंडरसन की विरासत के जरिए भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज को हाइप देना चाहता है. एक वजह यह भी बताई जाती है कि इससे पहले कि तेंदुलकर का नाम किसी और ट्रॉफी जुड़े, उसे भारत-इंग्लैंड सीरीज से जोड़ लिया जाए. अभी बीसीसीआई की ओर से भी इस बारे में कुछ नहीं कहा गया. 

भारत जब अपनी जमीन पर इंग्लैंड की टेस्ट में मेजबानी करता है तब ट्रॉफी का एंथनी डी मेलो ट्रॉफी होती है. यह नामकरण बीसीसीआई के पूर्व सेक्रेटरी और प्रेसीडेंट पर है. डी मेलो ने बीसीसीआई की स्थापना में अहम योगदान दिया था.

किसके नाम पर शुरू हुई थी पटौदी ट्रॉफी

 

इंग्लैंड ने पटौदी परिवार के क्रिकेट में योगदान के चलते उनके नाम पर पटौदी ट्रॉफी शुरू की थी. पटौदी नवाब इफ्तिखार अली खान ने भारत और इंग्लैंड दोनों की तरफ से टेस्ट खेला था. वहीं उनके बेटे मंसूर अली खान ने 1961 से 1975 के बीच 46 टेस्ट भारत के लिए खेले. उन्होंने कप्तानी भी की थी और उनकी गिनती जबरदस्त लीडर्स में होती है. समझा जाता है कि इंग्लिश बोर्ड ने कुछ महीने पहले पटौदी परिवार को बता दिया था कि उनके नाम से चल रही ट्रॉफी को रिटायर किया जा रहा है.

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