Ravindra Jadeja OUT: चेन्नई सुपर किंग्स के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मुकाबले के दौरान बेहद अजीब तरीके से आउट हुए. उन्हें ऑब्सट्रक्टिंग दी फील्ड के चलते अंत में रनआउट करार दे दिया गया. चेपॉक के मैदान पर संजू सैमसन ने थ्रो फेंका लेकिन गेंद विकेट पर न लगकर जडेजा के कोहनी पर जा लगी. ऐसे में राजस्थान के खिलाड़ियों ने अंपायर से ऑब्सट्रिक्टिंग दी फील्ड की अपील की जिसका नतीजा ये हुआ कि अंपायरों ने जडेजा को पवेलियन भेज दिया. जडेजा इस दौरान अंपायर से बहस करते भी दिखे लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ और नियम के चलते उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा.
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लो स्कोरिंग मैच में चेन्नई की टीम 142 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. जडेजा ने 6 गेंद पर 4 रन बनाए थे. लेकिन आवेश खान की गेंद पर उन्होंने थर्ड मैन की तरफ स्कोर करने की कोशिश की. एक रन लेने के बाद जैसे ही वो दूसरे रन के लिए दौड़े. उन्हें बीच पिच से ही टीम के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने वापस भेज दिया. ऐसे में पीछे मुड़ने के दौरान संजू सैमसन ने विकेट पर निशाना बनाया लेकिन जडेजा बीच में आ गए और गेंद उनके शरीर पर जा लगी. इसका नतीजा ये रहा कि अंपायर ने उन्हें अंत में आउट दे दिया.
इसके बाद मैदानी अंपायरों ने फैसला थर्ड अंपायर को भेज दिया. टीवी अंपायर अनिल चौधरी को तब लगा कि क्रीज तक पहुंचने का प्रयास करते समय थ्रो की लाइन में आने से पहले जडेजा ने गेंद को स्पष्ट रूप से देखा था. संयोग से, जडेजा भी बैटिंग स्ट्रिप के बीच में दौड़ रहे थे. इसके बाद अंपायर ने जडेजा को आउट रेफर कर दिया क्योंकि वो थ्रो के बीच में आए थे.
क्या कहता है नियम
एमसीसी के क्रिकेट नियमों के अनुसार, कानून 37.1.4 में कहा गया है कि, संदेह से बचने के लिए, यदि अंपायर को लगता है कि विकेटों के बीच दौड़ने में बल्लेबाज ने बिना किसी संभावित कारण के महत्वपूर्ण रूप से अपनी दिशा बदल दी और इस तरह फील्डर को रन आउट करने से रोका है. ऐसे में अपील करने पर बल्लेबाज को आउट दिया जाना चाहिए. इससे ये फर्क नहीं पड़ेगा कि रन आउट हुआ है या नहीं.
अब तक कितने खिलाड़ी हो चुके हैं इसका शिकार?
आईपीएल में फील्डिंग में बाधा डालते हुए आउट होने वाले जडेजा तीसरे खिलाड़ी थे. इससे पहले दो और खिलाड़ी ऐसा कर चुके हैं.
2013 में यूसुफ पठान (केकेआर)
2019 में अमित मिश्रा (दिल्ली कैपिटल्स)
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