नई दिल्ली. आईपीएल (IPL 2023) का सफर रोमांचक मुकाबलों की लहर पर सवार होकर अब तेजी से अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहा है. इस बार कई नई बातों के अलावा जो दिलचस्प नियम सुर्खियां बटोर रहा है वो इम्पैक्ट प्लेयर रूल (Impact Player Rule) है. इस नए नियम ने मुकाबलों के समीकरण ही बदलकर रख दिए हैं. इस नियम के चलते पहले खेलने वाली टीमों की बल्लेबाजी में गहराई आई है तो वहीं बाद में खेलने वाली टीमों की गेंदबाजी घातक हो गई है. कोई टीम अपने किसी खिलाड़ी को बाहर कर किसी दूसरे खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में शामिल कर सकती है. ऐसी स्थिति में आमतौर पर पहले खेलने वाली टीमें बल्लेबाजी कर चुके खिलाड़ी को बाहर कर किसी गेंदबाज को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर प्लेइंग इलेवन में शामिल करती हैं. वहीं बाद में खेलने वाली टीमें गेंदबाजी कर चुके खिलाड़ी की जगह किसी बल्लेबाज को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर अपने साथ जोड़ती हैं.
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सुपरओवर में क्या होगा गणित?
हालांकि अब लाख टके का सवाल ये है कि अगर मैच सुपरओवर में जाता है तो क्या इम्पैक्ट प्लेयर के लिए मैच से बाहर किया गया खिलाड़ी फिर से मैदान में उतर सकता है? आइए जानते हैं इस अहम सवाल का जवाब. दरअसल, नियम के तहत जब कोई खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर के लिए प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह छोड़ता है तो वो पूरे मैच के लिए बाहर हो जाता है. इसका मतलब हुआ कि अगर मैच सुपरओवर में भी जाता है तब भी मैच से बाहर हो चुका खिलाड़ी किसी सूरत में मैदान पर वापसी नहीं कर सकता.
ऐसा है इम्पैक्ट प्लेयर का नियम
टॉस के दौरान एक कप्तान को प्लेइंग 11 के साथ उन 4 एक्स्ट्रा खिलाड़ियों के बारे में भी बताना होगा. यानी की खिलाड़ियों की कुल संख्या यहां 15 होगी. इन चार खिलाड़ियों में से कोई एक खिलाड़ी मैच के दौरान दूसरे खिलाड़ी को रिप्लेस कर पाएगा. और इसी खिलाड़ी को इम्पैक्ट खिलाड़ी कहा जाएगा. हालांकि यहां इस खिलाड़ी को सिर्फ 14वें ओवर तक ही मैदान पर लाया जा सकता है. एक खिलाड़ी बाहर जाएगा तो इम्पैक्ट खिलाड़ी मैदान पर आएगा. ऐसे में जो खिलाड़ी बाहर जाएगा वो दोबारा मैच में हिस्सा नहीं ले पाएगा. वहीं अगर मैच 10 ओवर का ही होता है तो यहां इम्पैक्ट प्लेयर नियम लागू नहीं होगा. इसके अलावा अगर कोई टीम इम्पैक्ट खिलाड़ी का इस्तेमाल करती है और किसी कारण मैच के ओवर में कटौती की जाती है तो दूसरी टीम को भी इम्पैक्ट प्लेयर लाने का मौका मिलेगा.