Ranji Trophy में कमाल हो चुका है. मुंबई और बड़ौदा के बीच दूसरा क्वार्टरफाइनल खेला जा रहा है. मुंबई की टीम इस मैच पर पूरी तरह पकड़ बना चुकी है और 605 रन की लीड ले चुकी है. मुंबई ने पहली पारी में 384 रन बनाए थे जिसके जवाब में बड़ौदा की टीम ने भी पहली पारी में 348 रन बनाए. लेकिन इसके बाद हार्दिक तमोरे के शतक और पृथ्वी शॉ के 87 रन की बदौलत टीम बड़े स्कोर तक पहुंची. हालांकि असली कमाल निचले क्रम के बल्लेबाज तनुश कोटियान और तुषार देशपांडे ने किया. दोनों ने नया इतिहास बना दिया है. 10वें और 11वें नंबर पर उतरकर दोनों ही बल्लेबाजों ने शतक ठोक बड़ौदा के गेंदबाजों के होश उड़ा दिए.
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तनुश और तुषार ने रचा इतिहास
इस शतक के साथ तनुश कोटियान और तुषार देशपांडे फर्स्ट क्लास इतिहास में नंबर 10 और 11 पर उतरकर शतक ठोकने वाली दूसरी जोड़ी बन गई है. मुंबई की टीम ने 337 के कुल स्कोर पर 9 विकेट गंवा दिए थे और ऐसा लग रहा था कि पूरी टीम 350 रन भी नहीं बना पाएगी. लेकिन इसके बाद जो हुआ वो हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. तनुश और तुषार ने शतक ठोक टीम के स्कोर को 569 रन तक पहुंचा दिया. इस तरह मुंबई ने दूसरी पारी में 605 रन की लीड हासिल कर ली है. इसका मतलब ये हुआ कि बड़ौदा को अब जीत के लिए 606 रन और मुंबई को इस मैच पर कब्जा करने के लिए 10 विकेट लेने हैं.
तनुश कोटियान ने 129 गेंद पर 93.02 की स्ट्राइक रेट के साथ 10 चौके और 4 छक्के की मदद से 120 रन ठोके. वहीं तुषार देशपांडे ने 129 गेंद पर 123 रन बनाए. इस बल्लेबाज ने 95.35 की स्ट्राइक रेट से पारी में कुल 10 चौके और 8 छक्के लगाए. हालांकि तुषार अंत में आउट हो गए लेकिन तनुश नाबाद रहे.
इतिहास बनाने वाली बनी दूसरी जोड़ी
बता दें कि यह जोड़ी चंदू सरवटे और शुते बनर्जी के बाद एक ही पारी में नंबर 10 और नंबर 11 के रूप में फर्स्ट क्लास में शतक दर्ज करने वाली दूसरी जोड़ी है. सरवटे और बनर्जी ने 1946 में ओवल में सरे बनाम इंडियंस मैच में ये कमाल किया था. कोटियन-देशपांडे की साझेदारी भी केवल तीसरी बार है जब किसी भारतीय जोड़ी ने आखिरी विकेट के लिए 200 से अधिक की साझेदारी की है. देशपांडे नंबर 11 पर बल्लेबाजी करते हुए फर्स्ट क्लास शतक बनाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज भी बने और बनर्जी के 121 को पीछे छोड़ दिया. दोनों की साझेदारी 232 रन पर खत्म हुई, जो रणजी ट्रॉफी रिकॉर्ड से सिर्फ एक कम है.
सरवटे और बनर्जी के नाम 249 रन की साझेदारी ओवरऑल रिकॉर्ड है. वहीं रणजी ट्रॉफी रिकॉर्ड अजय शर्मा और मनिंदर सिंह के नाम है. शर्मा और सिंह ने 1991-92 के रणजी सेमीफाइनल में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में बॉम्बे के खिलाफ 233 रन की साझेदारी के साथ ये उपलब्धि हासिल की थी.
धोनी की टीम के लिए खेलते हैं तुषार देशपांडे
तुषार देशपांडे चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हैं. तुषार ने आईपीएल में साल 2020 में डेब्यू किया था. तुषार ने साल 2023 सीजन में 16 मैचों में 21 विकेट लिए थे और 564 रन लुटाए थे. इस गेंदबाज को 20 लाख रुपए में चेन्नई सुपर किंग्स ने अपनी टीम में शामिल किया था. ऐसे में साल 2024 में भी इस खिलाड़ी से फैंस चेन्नई के लिए धांसू प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं.
तनुष कोटियान की बात करें तो इस खिलाड़ी ने 23 फर्स्ट क्लास, 19 लिस्ट ए और 23 टी20 मुकाबले खेले हैं. इस दौरान फर्स्ट क्लास में उन्होंने 60 विकेट, लिस्ट ए में 20 विकेट और टी20 में कुल 24 विकेट लिए हैं.
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