क्या आप जानते हैं! कौन है माउंट एवरेस्ट फतह करने वाला दुनिया का पहला क्रिकेटर?

क्रिकेट के मैदान पर एक क्रिकेटर अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाता है और अलग अलग उपलब्धियां हासिल करता है.

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क्रिकेट के मैदान पर एक क्रिकेटर अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाता है और अलग अलग उपलब्धियां हासिल करता है. इन्हीं के चलते उसे दुनिया में पहचान मिलती है. क्रिकेट से रिटायर होने के बाद भी एक क्रिकेटर का यही सपना होता है कि वो ब्रेक तो ले लेकिन कुछ न कुछ करके वो क्रिकेट से ही जुड़ा रहे. ऐसे में कोई कोचिंग चुनता है तो कोई दूसरा पेशा. लेकिन एक क्रिकेटर ऐसा है जिसने क्रिकेट छोड़ने के बाद सीधे माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) को फतह करने का प्लान किया. न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर एडम परोरे (Adam Parore) दुनिया के इकलौते इंटरनेशनल क्रिकेटर हैं जो दुनिया की सबसे ऊंची चोटी की चढ़ाई कर चुके हैं. 1953 में सर एडमंड हिलेरी और तेंजिंग नोर्गे पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने माउंट एवरेस्ट फतह किया था. लेकिन 58 साल बाद यानी की साल 2011 में एडम परोरे पहले क्रिकेटर बने. इस बीच कईयों ने इसकी चढ़ाई की लेकिन परोरे पहले क्रिकेटर थे.

 

लाइन में लगकर की थी चढ़ाई

एडम परोरे ने एक इंटरव्यू में कहा था कि, मेरे लिए ये काफी मुश्किल था. क्योंकि 8000 मीटर तक पहुंचने के बाद सबकुछ जाता है. आपको हर तरफ से खतरा महसूस होता है. इसमें सबसे बड़ा खतरा है एक लाइन में खड़े होकर चढ़ाई करना. परोरे 20 मई 2022 को चढ़ाई के लिए नेपाल पहुंच गए थे. इससे पहले परोरे और भी कई ऊंचे पहाड़ चढ़ चुके थे जिसमें एक दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा पहाड़ के2 है. परोरे ने कहा कि, वो काफी खुशकिस्मत हैं कि उन्होंने दुनिया के कुछ बेहतरीन पर्वतारोहियों से सीखने को मिला. माउंट एवरेस्ट चढ़ने से पहले वो कोई एक्सपर्ट क्लाइंबर नहीं थे. जिस दिन परोरे को एवरेस्ट की चढ़ाई करनी थी उस दिन उनकी टीम काफी खुशकिस्मत थी क्योंकि रात में ही उनकी टीम उठकर चढ़ाई करने लगी जिसके बाद उन्होंने कई दूसरी टीमों को पीछे छोड़ा था.

 

खत्म हो गया था ऑक्सीजन

परोरे ने एवरेस्ट की चढ़ाई करने से पहले अपने शरीर को वहां के मौसम के अनुसार ढाला और नेपाल में जाकर बेस कैंप पर कुछ समय बिताया. इसके बाद उन्होंने हिमालय एक्सपीरियंस कंपनी के साथ अभ्यास किया और फिर फतह की. परोरे ने बताया कि, सफर में शेरपा ने उनकी काफी मदद की. शेरपा वो होते हैं जो चढ़ाई के दौरान आपके साथ रहते हैं और हर मुश्किल के दौरान आपकी मदद करते हैं. शेरपा अनुभवी लोकल होते हैं जो लगातार चढ़ाई करते हैं. ऐसे में परोरे भी शेरपा के साथ ही गए थे. किसी तरह वो एवरेस्ट पर पहुंचे जहां से सबकुछ सफेद सफेद और धुंधला दिख रहा था. वहां इतनी ज्यादा ठंड थी कि उनके लिए खड़े रहन मुश्किल हो रहा था. उन्होंने उस दौरन चोटी पर 20 मिनट बिताए और फिर फोटो खींच नीचे उतरने लगे. जब वो नीचे उतर रहे थे तब उनकी बीच में तबीयत बेहद ज्यादा खराब हो गई. यहां उनकी आंखें भी बंद हो रही थी और उन्हें सांस की दिक्कत हो रही थी. वो सोना चाहते थे. ऑक्सीजन खत्म होने के कारण उन्हें काफी ज्यादा दिक्कत हो रही थी. 

 

कुछ ऐसा रहा है क्रिकेट करियर

पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज का क्रिकेट करियर भी शानदार रहा है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2001 में इस बल्लेबाज ने अपना टेस्ट का 110 रन का सर्वाधिक स्कोर बनाया था. उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए 78 टेस्ट, 179 वनडे मैच खेले हैं. 1990 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था. वहीं साल 2002 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ही अपना आखिरी टेस्ट खेला था. परोरे न्यूजीलैंड के लिए खेलने वाले पहले माओरी क्रिकेटर थे. उन्होंने अपने करियर में कुल 204 शिकार किये, जिसमें 197 कैच और 7 स्टंपिंग्स थी. परोरे ने साल 1994 में भारत के खिलाफ 96 रनों की पारी खेली थी.

 

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