Happy Birthday Ravi Shastri : रवि शास्त्री ने शेन वॉर्न के डेब्यू मैच में खेली थी अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी, 10 घंटे में बनाए थे इतने रन

टीम इंडिया के पूर्व कोच और वर्तमान में आईपीएल 2022 सीजन में अपनी कमेंट्री से जलवा बिखेरने वाले रवि शास्त्री (Happy Birth Day Ravi Shastri) आज यानि 27 मई को अपना 60वां जन्मदिन मना रहे हैं.

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टीम इंडिया के पूर्व कोच और वर्तमान में आईपीएल 2022 सीजन में अपनी कमेंट्री से जलवा बिखेरने वाले रवि शास्त्री (Happy Birthday Ravi Shastri) आज यानि 27 मई को अपना 60वां जन्मदिन मना रहे हैं. ऐसे में उनके जन्मदिन विशेष पर हम आपको रवि शास्त्री के क्रिकेट करियर से जुड़ी एक ख़ास पारी के बारे में बताएंगे. जिसमें ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न का डेब्यू मैच था और रवि शास्त्री ने इस टेस्ट मैच में 10 घंटे तक बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की बखिया उधेड़ डाली थी. ऐसे में चलिए जानते हैं कि शास्त्री ने अपने बल्ले की चमक से इस मैच में क्या कोहराम मचाया था और कितने रन जड़ डाले थे. 

 

सिडनी में चला शास्त्री का बल्ला 

साल 1992 की बात है और टीम इंडिया अपने ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर थी. जहां पर सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच सिडनी में खेला गया. इस टेस्ट मैच में उस समय भारत के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और तभी ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग समाने आने पर पता चला कि शेन वॉर्न नाम का लेग स्पिनर डेब्यू कर रहा है. तब किसी को नहीं पता था कि यही वॉर्न अपनी फिरकी से पूरी दुनिया को नचाने वाले हैं. हालांकि डेब्यू टेस्ट मैच में वॉर्न तो नहीं चमके लेकिन शास्त्री ने जरूर महफ़िल अपने नाम कर डाली. 

 

वॉर्न के डेब्यू में चमके शास्त्री 

भारत के गेंदबाजी चुनने पर ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 313 रन बनाए. इसके जवाब में नवजोत सिंह सिद्धू और रवि शास्त्री की सलामी जोड़ी सिडनी के मैदान में ओपनिंग करने उतरी. हालांकि सिद्धू जहां शून्य पर पवेलियन चले गए वहीं शास्त्री ने खूंटा गाड़ कर बल्लेबाजी की और करीब 10 घंटे तक क्रीज पर टिके रहे. उन्होंने 477 गेंदों का सामना करते हुए 206 रन बनाए. इस पारी में शास्त्री ने 17 चौके और 2 छक्के जड़े. उनकी इस पारी की बदौलत टीम इंडिया ने पहली पारी में 483 रन बना लिए. इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की बल्लेबाजी दूसरी पारी में भी कुछ ख़ास नहीं कर सकी और मैच के अंतिम दिन 8 विकेट पर 173 रन बनाए. जिससे मैच ड्रॉ पर समाप्त हो गया. ऐसे में बल्ले से दोहरा मारने के बाद शास्त्री ने गेंदबाजी में भी धमाल दिखाया और 25 रन देकर चार विकेट झटके. जिसके चलते उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया. 

 

11 साल भारत के लिए खेले शास्त्री 

वहीं शास्त्री के अंतरराष्ट्रीय करियर की बात करें तो भारत के लिए उन्होंने डेब्यू टेस्ट मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 1981 में खेला था जबकि अंतिम टेस्ट मैच साल 1992 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था. इस दौरान उन्होंने 80 टेस्ट मैचों में 3830 रन के साथ 151 विकेट जबकि 150 वनडे मैचों में 3108 रन जड़े और 129 विकेट हासिल किए. 

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