टी20 वर्ल्ड कप खत्म हो चुका है और अब हर टीम का टारगेट चैंपियंस ट्रॉफी 2025 है. टूर्नामेंट का आयोजन पाकिस्तान में होगा. ऐसे में ये पहली बार होगा जब साल 1996 के बाद पाकिस्तान में पहली बार कोई आईसीसी टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है. वहीं पहली बार ऐसा हो रहा है जब पूरी तरह किसी टूर्नामेंट का आयोजन पाकिस्तान में होगा. भारत ने पहले ही ये साफ कर दिया है कि वो इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगा. दोनों देशों के बीच राजनीतिक रिश्ते अच्छे नहीं है और इसी के चलते भारत पाकिस्तान नहीं जाना चाहता है. इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने बड़ा बयान दिया है.
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लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पूरी तरह तैयार किया जा रहा है. ऐसे में तैयारी का जायजा लेने के लिए पीसीबी चीफ मोहसिन नकवी लाहौर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के स्टेडियम और इंटरनेशनल स्टेडियम में जमीन आसमान का फर्क है और वो इंटरनेशनल स्टैंडर्ड को मैच नहीं करते हैं. हमारे पास कोई ऐसा स्टेडियम नहीं है जो इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की बराबरी कर पाए.
लाहौर में होगा फाइनल
मोहसिन नकवी ने कहा कि फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गेनाइजेशन दिन रात मेहनत करके स्टेडियम को तैयार करने में लगा है और हमारी कोशिश यही है कि हम स्टेडियम को दुनिया में बेस्ट बनाए. उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चैंपियंस ट्रॉफी पूरी तरह पाकिस्तान में होगा. इस दौरान उन्होंने सबसे बड़ा ऐलान किया और कहा कि फाइनल लाहौर में खेला जाएगा.
पूर्व क्रिकेटर दे चुका है चेतावनी
बता दें कि साल 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी से पहले बांग्लादेश और इंग्लैंड की टीमें पाकिस्तान का दौरा करने वाली हैं. यह दौरा पाकिस्तान में सुरक्षा मुद्दों के लिए लिटमस टेस्ट के तौर पर काम करेगा. यह बात सभी जानते हैं कि 2009 में लाहौर में श्रीलंका की टीम पर आतंकवादियों ने हमला किया था. इस घटना के कारण आईसीसी ने 2011 विश्व कप की मेजबानी के अधिकार भी पाकिस्तान से छीन लिए थे. बासित अली ने इन दौरों का जिक्र करते पीसीबी को चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी खोने के डर से चेतावनी दी है. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि, चूंकि चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में है और बांग्लादेश के बाद इंग्लैंड और वेस्टइंडीज जैसी टीमों का दौरा होना है, इसलिए हमें सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए. भगवान न करे, अगर इन दौरों में कोई घटना हुई तो चैंपियंस ट्रॉफी यहां नहीं खेली जाएगी. बलूचिस्तान और पेशावर में हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं. ऐसा क्यों हो रहा है, इसका जवाब तो सरकार ही दे सकती है, लेकिन यह गलत है. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सुरक्षा में कोई छोटी सी चूक भी न हो. विदेशी टीमों को हमारे प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जैसी ही सुरक्षा मिलनी चाहिए. मुझे यकीन है कि मोहसिन नकवी को इन बातों की जानकारी होगी.
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