टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली को वर्तान में क्रिकेट जगत का सबसे बड़ा खिलाड़ी कहा जाता है. विराट मैदान पर जिस जोश के साथ खेलते हैं फैंस को वो अंदाज काफी ज्यादा पसंद आता है. विराट ने अब तक टीम इंडिया को कई सारे मैच जिताए हैं और फैंस को जश्न मनाने का मौका दिया है. विराट क्रिकेट से तो पैसे कमाते ही हैं. इसके अलावा वो विज्ञापन, स्पॉन्सर से भी खूब कमाई करते हैं. लेकिन बेहद कम लोगों को पता होगा कि विराट इन पैसों का एक हिस्सा गरीबों, जानवरों, एथलीट्स, छोटे बच्चे और चैरिटी में भी देते हैं. विराट कोहली कई लोगों को मदद करते हैं जो बेहद कम लोगों को पता है. विराट कोहली अपनी फाउंडेशन यानी की विराट कोहली फाउंडेशन की मदद से ये सभी काम करते हैं. ऐसे में हम आपके लिए विराट कोहली के ऑफ फील्ड किए जाने वाले अलग अलग तरह की मदद की जानकारी लेकर आए हैं. कि कैसे दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेटर अपने नेक काम से समाज को पॉजिटिव मैसेज दे रहा है.
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साल 2013 में, विराट कोहली फाउंडेशन की स्थापना हुई, जो अत्यधिक गरीबी से पीड़ित लोगों की सहायता के लिए एक संगठन है. 2020 में, वीकेएफ ने महाराष्ट्र क्षेत्र के 103 स्वास्थ्य केंद्रों में 5,000 कुपोषित आदिवासी बच्चों को एक साल तक पोषण भोजन की व्यवस्था प्रदान की. बता दें कि विराट कोहली को जानवरों से भी काफी ज्यादा प्यार है. उन्होंने बैंगलोर में चार्लीज एनिमल रेस्क्यू सेंटर का दौरा किया और 15 बचाव कुत्तों को गोद लिया. विराट इन कुत्तों का पूरा खर्चा उठाते हैं. जिनमें से कुछ अंधे और लंबे समय से बीमार कुत्ते हैं. इसके तहत विराट सोसाइटी को यही मैसेज देना चाहते हैं कि आप इन जानकवरों को खरीदें न बल्कि एडॉप्ट करें. बता दें कि विराट कोहली चैरिटी के जरिए करोड़ों रुपए खर्च करते हैं. लेकिन ये रकम कितनी है फिलहाल इसकी जानकारी बाहर नहीं आई है.
विराट कोहली एथलीट्स प्रोग्राम
विराट कोहली ने भारत को एक स्पोर्टिंग सुपरपावर बनाने, एथलीट्स के सपने पूरे करने और उन्हें खेल में टॉप तक पहुंचने के लिए साल 2013 में विराट कोहली फाउंडेशन (वीकेएफ) की स्थापना की. वीकेएफ एथलीट विकास कार्यक्रम के माध्यम से आगामी एथलीट्स को स्कॉलरशिप प्रदान करता है. इसमें एथलीट्स विकास के साथ-साथ, बेहतर भारत के लिए खेल के क्षेत्र से आगे बढ़कर शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और पशु कल्याण पर भी फोकस करते हैं.
एथलीट डेवलपमेंट प्रोग्राम उन युवाओं पर फोकस करता है जिनके भीतर खेल को लेकर टैलेंट होता है. ऐसे में विराट कोहली फाउंडेशन उस खेल में इन खिलाड़ियों की मदद करता है और उन्हें सपोर्ट करता है.
विराट कोहली एथलीट्स प्रोग्राम के जरिए जिन एथलीट्स को सपोर्ट करते हैं उसमें ये सभी एथलीट्स शामिल हैं.
स्वास्तिका घोष (टेबल टेनिस)
वरुण कपूल (बैडमिंटन)
सेलेना सेल्वाकुमार (टेबल टेनिस)
रुशील खोसला (टेनिस)
मानुश शाह (टेबल टेनिस)
पूजा बिश्नोई (एथलेटिक्स)
अवनी प्रशांत (गोल्फ)
युवराज वाधवानी (स्क्वॉश)
नील जोशी (स्क्वॉश)
अर्जुन भाटी (गोल्फ)
ऋतपर्णा पांडा (बैडमिंटन)
ससी कुमार मुकुंद (टेनिस)
साक्षी चौधरी (बॉक्सिंग)
कर्मन कौर थांडी (टेनिस)
सुमित नागल (टेनिस)
रिशिका मुरलीधर (गोल्फ)
आदिल बेदी (गोल्फ)
जीत चंद्रा (टेबल टेनिस)
अनाहत सिंह (स्क्वॉश)
कशिश मलिक (टायकोंडो)
एंसी सोजन (ट्रैक एंड फील्ड)
संदरा बाबू (ट्रैक एंड फील्ड)
लंदन में चैरिटी बॉल
बता दें कि साल 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान इंग्लैंड में विराट कोहली ने जस्टिस एंड केयर ऑर्गेनाइजेशन के लिए चैरिटी बॉल का आयोजन किया था. इसका बॉल का आयोजन ह्यूमन ट्रैफिकिंग के खिलाफ लड़ाई के लिए था. इस चैरिटी की मदद से इन लोगों को मेडिकल, पढ़ाई और रहने की सुविधा दी गई थी.
बूढ़े लोगों की मदद
अप्रैल 2016 में, वीकेएफ ने पुणे स्थित ओल्ड एज होम 'अभालमाया' की मदद के लिए एबीआईएल फाउंडेशन के साथ हाथ मिलाया था. इंडियन प्रीमियर लीग 2017 के दौरान, क्रिकेटर ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राइजिंग पुणे सुपरजायंट के खिलाफ मुकाबले से पहले ओल्ड एज होम का अचानक दौरा किया. उन्होंने घर को आर्थिक रूप से समर्थन देने का भी वादा किया.
न्यूट्रिशन फॉर ट्रांसफॉर्मेशन
भारत अपनी गंभीर भुखमरी के लिए जाना जाता है और जलवायु परिवर्तन के कारण इसके कुपोषण के स्तर में और गिरावट आने की संभावना है. इससे 5 साल से कम उम्र के बच्चे सबसे अधिक प्रभावित होते हैं और विकास के स्तर में पिछड़ जाते हैं, जिससे उन्हें जीवन भर कष्ट सहना पड़ता है. इसी को देखते हुए विराट कोहली फाउंडेशन ने न्यूट्रिशन फॉर ट्रांसफॉर्मेशन की शुरुआत की है. इसके तहत 6 महीने से 6 साल की उम्र के बच्चों को एक साल की अवधि के लिए हर दिन पोषण से भरपूर, हाई प्रोटिन भोजन दिया जाता है. इस परियोजना में 5000 कुपोषित आदिवासी बच्चे शामिल होंगे.
विराट कोहली फाउंडेशन और विवाल्डिस एनिमल हेल्थ
विराट कोहली फाउंडेशन, विवाल्डिस एनिमल हेल्थ और आवाज वॉयस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स मुंबई के जानवरों के लिए एक पहल है. विराट कोहली फाउंडेशन और विवाल्डिस एनिमल हेल्थ ने मुंबई के मड, मलाड में आवारा जानवरों के लिए ट्रॉमा और रिहैब सेंटर खोला है. अप्रैल 2021 में, विराट कोहली ने घोषणा की कि वह मुंबई में दो पशु देखभाल सुविधाएं स्थापित कर रहे हैं. इस दौरान सभी बाहरी जानवरों का ध्यान रखा जाएगा. इस सेंटर में घायल आवारा जानवरों का इलाज होता है, और लंदन बिजनेस स्कूल के पूर्व छात्र कुणाल खन्ना के जरिए स्थापित किया गया है. इसे 10 एक्सपर्ट्स की टीम चलाती है.
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