जस्टिन लैंगर ने ऑस्ट्रेलियाई कोच पद छोड़ने का जाहिर किया दर्द, बोले- खिलाड़ी मेरे बेटों जैसे थे, उनसे अनबन की खबरों ने दिल तोड़ा

जस्टिन लैंगर (Justin Langer) का कहना है कि वे जिस तरह से ऑस्ट्रेलिया के कोच पद से हटे उसने उन्हें काफी दुख पहुंचाया. 

Profile

SportsTak

PUBLISHED:

SportsTak Hindi

जस्टिन लैंगर (Justin Langer) ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम (Australian Cricket Team) के कोच पद से हटने का दर्द जाहिर किया है. उनका कहना है कि वे जिस तरह से हटे उसने उन्हें काफी दुख पहुंचाया. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी उनके बच्चों जैसे थे मगर जब उन्होंने पढ़ा कि उनके व प्लेयर्स के बीच बात बिगड़ गई है तब उनका दिल टूट गया. जस्टिन लैंगर ने फरवरी 2022 में कोच पद छोड़ा था. वे 2018 में चार साल के लिए इस पद पर नियुक्त किए गए थे मगर कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उन्हें जाना पड़ा. ऑस्ट्रेलियन मीडिया ने लिखा था कि खिलाड़ी उनके बर्ताव से सहज नहीं थे. उन्हें ऐसा कोच चाहिए था जो शांत रहे और कम गंभीरता रखे.

 

लैंगर ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन के साथ Vaughany and Tuffers Cricket Club podcast में कहा, 'उस समय (कड़वाहट) थी. इसके कोई शक नहीं. बिल्कुल, दुख हुआ था. हरेक कोच या कप्तान ऐसा कहेगा. एक कोच के तौर पर मेरे लिए सबसे मुश्किल यह जानना था कि खिलाड़ियों से मेरी अनबन हो गई. इससे सच में मेरा दिल टूट गया. आज तक ऐसा है. मैंने उन्हें इस पूरे सप्ताह देखा, उन्हें पूरी गर्मियों में देखा. वे बच्चों जैसे हैं. मैं उनके साथ बच्चों की तरह चार साल रहा. और फिर मैं लगातार पढ़ता रहा कि मेरी और मेरे खिलाड़ियों की बनी नहीं. लेकिन कुछ भी सार्वजनिक नहीं हुआ लेकिन मैं यह लगातार पढ़ता रहा. इससे मुझे सबसे ज्यादा चोट पहुंची. मैं अपने खिलाड़ियों से प्यार करता था और करता हूं.'

 

लैंगर के कोच रहते ऑस्ट्रेलिया बना वर्ल्ड चैंपियन

 

लैंगर के कोच रहते ऑस्ट्रेलियाई टीम सैंडपेपर मामले से निकली. फिर उसने इंग्लैंड में एशेज ट्रॉफी बरकरार रखी. पहली बार टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद घर में एशेज सीरीज 4-0 से जीती. इसके कुछ दिनों बाद ही लैंगर का इस्तीफा हो गया. उनका कहना है कि वे जानना चाहते हैं कि खिलाड़ियों से रिश्ते बिगड़ने की बात कहां से आई. उनका मानना है कि भारत के हाथों घर में हारने के बाद इस तरह की फुसफुसाहट शुरू हुई. उन्होंने बताया, 'यह झाड़ियों में लगी आग की तरह बन गई. यह मारक थी. मुख्य कोच के तौर पर आप सबको खुश नहीं कर सकते. यह जीवन है. यह पिता होने की तरह है, आप सबको खुश नहीं कर सकते. पहला फोन कॉल तीन साल पहले आया था.'

 

लैंगर ने बातचीत के दौरान माना कि मैन मैनेजमेंट के मामले में उनसे छोटी-छोटी गलतियां हुईं. उन्हें याद करते हुए कहा कि 2020 में ओल्ड ट्रेफर्ड में इंग्लैंड के हाथों वनडे हारने के बाद उन्होंने भावनाओं में बहकर टीम से कुछ कहा था.

 

ये भी पढ़ें

'अफसोस होगा कि बल्लेबाज की बजाए बॉलर बना, टीम में अब दोस्त नहीं होते', अश्विन ने WTC Final नहीं खेल पाने पर दी प्रतिक्रिया
चेतन शर्मा सेलेक्टर की भूमिका में आए नज़र, दलीप ट्रॉफी 2023 के लिए चुनी नॉर्थ जोन की टीम
MLC 2023: सुपर किंग्स के लिए फिर से खेलेंगे अंबाती रायडू, ड्वेन ब्रावो, ये खिलाड़ी भी रहेंगे साथ

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share