इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम के सेलेक्शन के लिए नेशनल सेलेक्टर्स की मीटिंग से कुछ दिन पहले रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करके सभी को चौका दिया. रोहित ने बीते दिने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करके टेस्ट से संन्यास का ऐलान किया. हालांकि उनकी योजना इंग्लैंड दौरे पर शुरुआती दो टेस्ट मैच खेलने की थी.
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टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार रोहित ने पिछले सप्ताह बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को बता दिया था कि उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए कप्तान के तौर पर नहीं चुना जाना जाए. रोहित ने बुधवार शाम को इंस्टाग्राम पर अपनी टेस्ट कैप की तस्वीर के साथ पोस्ट की और लिखा कि-
हैलो, मैं बस यह शेयर करना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं.अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है.इतने सालों में मिले प्यार और समर्थन के लिए आप सभी का शुक्रिया.मैं वनडे फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व करना जारी रखूंगा.
रोहित ने चयनकर्ताओं के साथ एक सप्ताह की चर्चा के बाद टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का मन बनाया. रोहित शुरू में यह देखना चाहते थे कि इंग्लैंड में पहले दो टेस्ट के बाद वह रेड बॉल क्रिकेट में कहां खड़े हैं और फिर अपने करियर पर कोई फैसला करते. बीसीसीआई के सोर्स का कहना है-
रोहित ने खुद टेस्ट कप्तानी छोड़ने की पेशकश की थी;पिछले सप्ताह उन्होंने चयनकर्ताओं से कहा था कि उन्हें दूसरे विकल्पों पर विचार करना चाहिए.वह पहले दो टेस्ट में खुद को परखना चाहते थे.हालांकि सेलेक्टर्स उनके इस आइडिया से सहमत नहीं थे.
गंभीर को भी दी गई जानकारी
सेलेक्टर्स ने रोहित से मुलाकात की और हेड कोच गौतम गंभीर को भी इस बारे में जानकारी दी गई.उन्हें बताया गया कि इस व्यवस्था से टीम और उसके नेतृत्व को अहम सीरीज के दौरान परेशानी होगी. 38 साल के लिए रोहित के लिए चीजें तब और खराब हो गई, जब उन्हें जनवरी में ऑस्ट्रेलिया में नए साल के टेस्ट मैच से खुद हटना पड़ा.वह लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे थे. सेलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट आगे के मैचों की प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह के बारे में स्पष्ट नहीं थे. सोर्स ने कहा-
उन्हें पूरे दौरे के लिए कमिट होने के लिए कहा गया था.चयनकर्ता और टीम मैनेजमेंट दौरे के बीच में इस तरह से अव्यवस्था का सामना नहीं करना चाहते थे, जैसा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रविचंद्रन अश्विन के साथ हुआ था.रोहित भी इसी जगह पर पहुंचे और छोड़ने का फैसला किया.
सेलेक्टर्स लंबे समय के लिए कप्तान की तलाश में हैं. ऐसी सलाह दी गई हैं कि जसप्रीत बुमराह और विराट कोहली को इंग्लैंड दौरे के लिए अस्थायी व्यवस्था के रूप में माना जा सकता है.हालांकि टीम मैनेजमेंट और सेलेक्टर्स वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अगले सायकिल में जाने के लिए लॉन्ग टर्म समाधन की जरूरत है.
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