पिछले 12 साल से भारतीय निशानेबाजों ने ओलिंपिक में काफी निराशजनक प्रदर्शन किया है. पेरिस ओलिंपिक में युवा निशानेबाजों से इस सूखे को खत्म करने की उम्मीद की जा रही है. 21 भारतीय निशानेबाज अलग अलग इवेंट में चुनौती पेश करेंगे. भारत ने अभी तक निशानेबाजी में कुल चार ओलिंपिक मेडल जीते हैं, लेकिन पिछले दो ओलिंपिक में हाथ खाली रहा, जिससे रिकॉर्ड 21 सदस्यीय भारतीय दल पर उम्मीदों का अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है.
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भारतीय राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (एनआरएआई) टीम चुनने के लिए मौजूदा फॉर्म को तरजीह दी है और उसे उम्मीद है कि इस बार निशानेबाज यहां पदक जीतेंगे. इसी वजह से देश को कोटा दिलाने वाले निशानेबाज भी ट्रायल में उतारे थे, जिसमें कम अनुभवी संदीप सिंह ने 2022 के विश्व चैंपियन रुद्रांक्ष पाटिल को पछाड़ दिया, जिन्होंने 10 मीटर एयर राइफल में भारत के लिए कोटा हासिल किया था.
15 इवेंट में हिस्सा लेंगे निशानेबाज
मनु भाकर, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, अंजुम मौदगिल और इलावेनिल वलारिवान को छोड़कर बाकी सभी निशानेबाज पहली बार ओलिंपिक में हिस्सा ले रहे हैं. भारत 15 शूटिंग इवेंट में हिस्सा लेगा. 22 साल की मनु टोक्यो ओलिंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालीफिकेशन में पिस्टल में आई खराबी से उबर नहीं सकी थीं, लेकिन इस बार वो बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगी. वो तीन इवेंट में हिस्सा लेंगी, जिसमें 10 मीटर एयर पिस्टल, 25 मीटर पिस्टल और 10 मीटर पिस्टल मिक्ड टीम शामिल हैं.
एक अन्य महिला निशानेबाज सिफत कौर सामरा पर भी सबकी नजर होंगी, जिन्होंने एशियन गेम्स में 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में गोल्ड मेडल जीता था. अनुभवी निशानेबाजों में से एक मौदगिल वापसी कर रही हैं और महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में सिफत के साथ खेलेंगी. 20 साल की रिदम सांगवान 10 मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम दो स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगी. सांगवान ने कहा-
तैयारी अच्छी चल रही है. रेंज अच्छी है. पेरिस में खेल गांव से दूर रहने से थोड़ा परेशान थी. ये उम्मीद के अनुरूप नहीं है. मैं यहां प्रतियोगिता और जीत के लिए आई हूं. ओलिंपिक यहां सबसे बड़ा मंच है.
मैंस निशानेबाजों में से केवल तोमर ही पहले ओलिंपिक का हिस्सा रह चुके हैं.
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